बरेली के आंवला में रामलीला कमेटी के नये अध्यक्ष चुनाव के लिए बुलाई गई बैठक में बड़ा विवाद हो गया है। एक महिला ने भाजपा जिला अध्यक्ष वीर सिंह पाल पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। वहीं, भाजपा जिला अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की है कि बहस के बीच उठी महिला ने और उसके बेटे ने उन्हें थप्पड़ मारा है। वीर सिंह पाल की ओर से मुकदमा लिखवाया गया तो महिला भी कई लोगों के साथ नारेबाजी करते हुए थाने पहुंच गईं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनसे मारपीट व अभद्रता की गई है। दोनों ही पक्ष की तरफ से थाने में तहरीर दी गई है। बताते चले कि महिला इससे पहले जिलाध्यक्ष पर बेटी से छेड़छाड़ का मुकदमा लिखवा चुकी हैं। जिसकी सुनवाई कोर्ट में चल रही है।
आंवला में रामलीला कमेटी के अध्यक्ष डा. नंद किशोर अस्वस्थ्य हैं। उन्होंने इच्छा जताई कि नया अध्यक्ष चुन लिया जाए। इसके लिए बुधवार को सरस्वती विद्या मंदिर में रामलीला कमेटी की बैठक बुलाई गई। आंवला भाजपा के जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह, रामलीला कमेटी के कोषाध्यक्ष गोपाल अग्रवाल, व्यापारी नेता सुनील कुमार गुप्ता आदि की दावेदारी पर बात होनी थी।
दरअसल, पूरा मामला यह है कि बातचीत शुरू ही हुई थी, इस बीच एक महिला कुछ अन्य के साथ पहुंच गई। वीर सिंह पाल का आरोप है कि उक्त महिला को बैठक में नहीं बुलाया गया, इसके बावजूद वह पहुंच गईं। इस पर कुछ लोगों ने टोका तो वह नाराज हो गईं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों पक्षों में बहस होने लगी। इस बीच महिला अचानक वीर सिंह पाल के पास पहुंची और थप्पड़ मार दिया।
अन्य लोगों ने हटाने का प्रयास किया तो दोनों पक्षों में हाथापाई व धक्का-मुक्की होने लगी। विवाद के बीच फोन कर पुलिस बुला ली गई, जिसके बाद दोनों पक्ष शांत हुए। जिसके बाद शाम को आंवला जिलाध्यक्ष वीर सिंह पाल थाने पहुंचे और महिला व उनके बेटे के विरुद्ध मारपीट व धमकी देने का मुकदमा लिखवाया।
वहीं, इंस्पेक्टर राकेश कुमार सिंह ने बताया कि वीर सिंह पाल से मारपीट की बात पुष्ट होने पर मुकदमा लिख लिया गया है। महिला की ओर से लगाए आरोपों की जांच कर रहे हैं।
वीर सिंह पाल व महिला के बीच पुराना विवाद
तीन वर्ष पहले महिला ने आरोप लगाया था कि वीर सिंह पाल व उनके साथियों ने उनकी बेटी से छेड़छाड़ की थी। उन्होंने मुकदमा लिखवाया मगर, पुलिस ने आरोप को गलत बताते हुए केस बंद कर दिया। पिछले वर्ष महिला ने कोर्ट की शरण ली तब, दोबारा विवेचना शुरू हुई। अब यह प्रकरण कोर्ट में चल रहा है।
वीर सिंह पाल ने अपने बयान में कहा कि ‘महिला रंजिश मानती है, इसीलिए पाक्सो एक्ट का झूठा मुकदमा लिखवाया गया था। मुझ पर हमला भी करा चुकी हैं। रंजिश में ही बुधवार को रामलीला कमेटी की बैठक में हमला किया। वहीं, महिला ने वीरसिंह पाल पर छेड़छाड़ व शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है और साथ ही पुलिस को अपने बयान में बताया कि बैठक में उनसे कहा गया कि ‘कभी कोई महिला शामिल नहीं हुई, इसलिए आप भी बाहर चली जाएं’। जिसके विरोध करने पर भाजपा जिलाध्यक्ष वीरसिंह पाल, गुड्डू उर्फ अजय गुप्ता, दर्पण व सुनील कुमार उर्फ पप्पी ने उन्हे जमीन पर गिराकर पीटा और अभद्रता की।