International Dance Day 2022: आज पूरी दुनिया 29 अप्रैल को विश्व डांस दिवस के रूप में मना रही है. देखा जाए तो पूरी दुनिया कला का मंच है. यहां हर कहीं आपको नृत्य और गायन से जुड़ा कोई ना कोई व्यक्ति जरूर नजर आ जाता है। दुनिया में अधिकांश लोग ऐसे हैं जिन्हें नाचना बेहद पसंद है। इतना ही नहीं नृत्य कला शैली है, जिसमें लोग अपना करियर तक बना लेते हैं और पूरी दुनिया में अपना नाम रोशन करते हैं।
दुनिया में कई ऐसे उदाहरण हुए हैं, जिन्होंने अपने डांस की कला से लोगों को अपना दीवाना बना दिया।इसी प्रकार 19वीं शताब्दी के फ्रैंच डांसर Jean Georges Noverre को डांस की कई विधाओं का जनक माना गया। इतना ही नहीं यह भी कहा जाता है कि बेली डांस को दुनिया भर में फैलाने वाले जीन जॉर्जेस नावरे ही थे। यह एक महान नृतक थे, जिन्होंने स्कूली स्तर से ही डांस को शिक्षा में शामिल करने की सोच रखी थी।
नावेरे को श्रद्धांजलि देने हुए यूनेस्को की इंटरनैशल थिअटर इंस्टिट्यूट की डांस कमिटी ने 29 अप्रैल को इंटरनैशनल डांस डे के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। जिसके बाद से हर वर्ष दुनिया भर में 29 अप्रैल को इंटरनेशनल डांस डे मनाया जाता है।
अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस का इतिहास (International Dance Day History)
महान नृतक जीन जार्ज नावेरे के जन्मदिन पर UNESCO के इंटरनेशनल थिएटर इंस्टीट्यूट की अंतरराष्ट्रीय डांस कमेटी ने 29 अप्रैल 1982 को यह दिन मनाने को घोषणा की थी. जिसके बाद से हर साल इस दिन को धूमधाम से पूरी दुनिया में मनाया जाता है. बता दें कि नावेरा फ्रांस के एक पारंगत बैले डांसर थे जिन्होंने नृत्य पर ‘लेटर्स ऑन द डांस’ नाम की एक किताब लिखी थी जिसमें नृत्य कला से जुड़ी सभी चीज़ें मौजूद हैं. इसे पढ़कर कोई भी नृत्य करना सीख सकता है.
अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस का उद्देश्य (International Dance Day Objective)
अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस का उद्देश्य ना केवल दुनिया के सभी डांसर्स का प्रोत्साहन बढ़ाना है, बल्कि लोगो में इन सभी नृत्य स्वरूपों के प्रति जागरुकता फैलाना भी है जिसमें दुनिया के बड़े नेतृत्व और सरकारें भी शामिल होती हैं. इसका उद्देश ये बताना भी है कि नृत्य स्वयं के लिए आनंद और उसे दूसरों के साथ साझा करना भी होता है.
(By:Vanshika Singh)