कानपुर। सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को कानपुर दौरे पर थे। अपने प्रवास के के दौरान उन्होंने घाटमपुर स्थित नवेली पावर प्लांट का निरीक्षण किया। फिर सीएम योगी का काफिला पनकी पावर हाउस प्लांट की ओर रवाना हुआ। अंडर ग्राउंड मेट्रो के निरीक्षण के बाद सीएम योगी लखनऊ के लिए रवाना होने के लिए हेलीकॉप्टर पर सवार हुए। लेकिन तभी सीएम योगी आदित्यनाथ का हेलिकॉप्टर अचानक हवा में डगमगाने लगा। जिसके बाद दिशा बदलकर पायलट ने तुंरत लैंड करा दिया। हालात सामान्य होने के बाद फिर से उड़ान भरी गई।
दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे से ठीक पहले सीएम योगी आदित्यनाथ कानपुर पहुंचे। यहां पर उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। जमीनी हकीकत को परखने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ सीएसए ग्राउंड में बने हेलीपैड से लखनऊ के लिए रवाना हो रहे थे। शाम करीब 4ः35 बजे हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरी। पायलट ने 90 डिग्री में हेलिकॉप्टर घुमाया, लेकिन वो इससे ज्यादा ज्यादा घूम गया। पायलट ने हेलिकॉप्टर को जमीन पर उतार दिया। इसके 10 मिनट बाद फिर हेलिकॉप्टर ने उड़ान भरी।
हेलिकॉप्टर के असंतुलित होने की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। पायलट की तत्परता ने बड़ा हादसा टाल दिया। मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश में तेज हवाओं और बारिश की चेतावनी जारी की है, जिसके चलते प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश हैं। हादसे के बाद बीजेपी विधायक सुरेंद्र मैथानी ने बताया कि जिस वक्त हेलीकॉप्टर डगमागाया, हमसभी अचंभित हो गए। ऐसा पहली पहली बार देखा गया कि सीएम का हेलीकॉप्टर हेलीपैड वाली जगह पर न होकर घास के मैदान पर उतर गयौ इसके बाद कुछ स्थिति संभली। हेलीकॉप्टर ने सफल उड़ान भरी।
बता दें, इससे पहले 26 मार्च को भी सीएम योगी आदित्यनाथ के हेलीकॉप्टर पर तकनीति खराबी आई थी। आगरा में उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद खेरिया एयरपोर्ट पर वापस लौटना पड़ा था। सीएम योगी करीब एक घंटे तक एयरपोर्ट पर रूके रहे। इंजीनियरों ने खराब विमान जांच की। बाद में दिल्ली से दूसरा विमान आया। तब सीएम योगी लखनऊ रवाना हुए थे। देरी के चलते लखनऊ में योगी का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था।