Budget Session: संसद का बजट सत्र का आज से आगाज हो गया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहली बार संसद के ज्वाइंट सेशन को संबोधित किया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म ने लगातार दो बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराकर को चुनने के लिए देश की जनता का धन्यवाद किया. उन्होंने अपने अभिभाषण में कहा कि हमें आत्मनिर्भर भारत बनाना है. जहां गरीबी नहीं हो और मध्यम वर्ग वैभव से युक्त हो.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारत में मजबूत इच्छाशक्ति वाली सरकार है. यह सरकार बिना डरे काम कर रही है. इसके लिए उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक, आतंकवाद पर सख्ती, आर्टिकल 370 और तीन तलाक का हवाला दिया. उन्होंने गरीबों को मुफ्त अनाज की स्कीम जारी रखने की बात कही. इसके अलावा उन्होंने 11 करोड़ छोटे किसानों की मदद के लिए सवा दो लाख करोड़ रुपए की सम्मान निधि का जिक्र भी किया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पहले अभिभाषण की 10 बड़ी बातें
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, मेरी सरकार ने हमेशा देश हित को सर्वोपरि रखा, नीति-रणनीति को पूरी तरह से बदलने की इच्छाशक्ति दिखाई. सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर आतंकवाद पर कड़ी कार्रवाई तक, LOC से LAC तक, धारा 370 को निरस्त करने से लेकर तीन तलाक तक सरकार एक निर्णायक सरकार के रूप में पहचानी जाती है.
- उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का स्पष्ट मत है कि भ्रष्टाचार लोकतंत्र का और सामाजिक न्याय का सबसे बड़ा दुश्मन है. इसलिए बीते वर्षों से भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार लड़ाई चल रही है. राष्ट्रपति ने कहा कि गुलामी के हर निशान, हर मानसिकता से छुटकारा दिलाने के लिए भी सरकार लगातार कोशिश कर रही है.
- आजादी के अमृतकाल में देश पंच प्राणों की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा है. जो कभी राजपथ हुआ करता था वह अब कर्तव्यपथ बन गया है. सरकार ने अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग की आकांक्षा को जगाया है. यह वही वर्ग है जो विकास के लाभ से सबसे ज्यादा वंचित था.
- अब जब इस वर्ग तक मूलभूत सुविधाएं पहुंच रही है तब ये लोग नए सपने देखने में सक्षम हो पा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने अपने अभिभाषण में कहा, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की सफलता देखते हुए पहली बार देश में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक हुई है.
- उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं का स्वास्थ्य भी पहले के मुकाबले बेहतर हुआ है. राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे यह देखकर गर्व होता है कि आज की हमारी बहनें और बेटियां उत्कल भारती के सपनों के अनुरूप विश्व स्तर पर अपना परचम लहरा रही हैं.
- उन्होंने कहा, मेरी सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि किसी भी काम में किसी भी कार्यक्षेत्र में महिलाओं के लिए किसी भी तरह की कोई बंदिश ना हो. सरकार ने हर उस समाज की इच्छाओं को पूरा किया है जो सदियों से वंचित रहा है.
- उन्होंने आगे कहा की गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी इनकी इच्छाओं को पूरा कर उन्हें सपने देखने का साहस दिया है. दशकों से किसान सरकार की प्राथमकिता से वंचित रहे. लेकिन मोदी सरकार की प्रतामकिता देश के 11 करोड़ छोटे किसान हैं और उन्हें समृद्ध बनाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है.
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुरम ने कहा कि हम दुनिया की 10वीं अर्थव्यवस्था से 5वें नंबर पर पहुंच गए हैं. यही वो बुनियाद है जो आने वाले 25 सालों में विकसित भारत के आत्मविश्वास को बढ़ाएगी. भारत में इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के जरिए जनकल्याण को सबसे पहले रखने वाली सरकार है.
- कोरोना काल में पूरी दुनिया के गरीबों का गुजारा मुश्किल हो गया था. भारत उन देशों में से एक है जिसने गरीबों को बचाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी. उन्होंने कहा की हमारी सरकार ने जनधन, आधार, वन नेशन-वन राशन जैसे स्थायी सुधार किए हैं. पिछले वर्षों में डिजिटल इंडिया के रूप में एक पारदर्शी व्यवस्था तैयार की गई.
- उन्होंने बताया कि 2004 से 2014 के बीच 145 मेडिकल कॉलेज खोले गए. 2014 से 2022 तक 260 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज खोले गए. मेडिकल छात्रों की संख्या दोगुनी हो गई है. 2014 से पहले 725 विश्वविद्यालय थे. 8 वर्षों में 300 से अधिक विश्वविद्यालय बनाए गए. जबकि 5 हजार से ज्यादा कॉलेज खोले जा चुके हैं.
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