New Delhi: लाउडस्पीकर का मामला महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश में पहुंच चुका है। धीरे-धीरे यह मामला अब गर्माता जा रहा है। अलीगढ़ में पहले विद्यार्थी परिषद के लोगों ने 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति प्रशासन से मांगी गई। तो वही युवा जागृति मंच के कार्यकर्ताओं ने लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा पढ़ी गई।
बीजेपी MLC मानवेंद्र प्रताप सिंह का बयान
इन सबके बीच अब भारतीय जनता पार्टी के विधान परिषद सदस्य मानवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि -‘लाउडस्पीकर का इस्तेमाल अजान के साथ-साथ कश्मीर से लेकर बंगाल तक हमला करने के आव्हान के लिए भी किया गया है। इसलिए धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटने चाहिए’।
एमएलसी प्रताप सिंह ने कहा कि- ’21 चौराहा पर लाउडस्पीकर की मांग विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने की है। विद्यार्थी परिषद ने तय किया होगा कि वह बड़े पैमाने पर हिंदुओं की आस्था को लेकर उनका उच्चारण के साथ भगवान की आरती और हनुमान चालीसा करना चाहते हैं तो करनी चाहिए’।
मोदी जी के नेतृत्व में जितनी भी सरकारें चल रही है वह संविधान के अनुसार चल रही है। जो संविधान में अगर एक धर्म को मान्यता दी जा सकती है तो दूसरे धर्म को भी मान्यता दी जा सकती है। यदि संविधान में मान्यता नहीं दी जा सकती तो किसी को भी मान्यता नहीं दी जानी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट के आधार पर कार्य होना चाहिए। संविधानगत जो भी निर्णय होगा वह हमारी योगी जी की सरकार लेगी।
अगर एक पक्ष बिना अनुमति के माइक लगा कर यह सब कर रहा है तो फिर दूसरे पक्ष को कौन रोकेगा। कानून सबके लिए समान है। इसलिए अगर एक पक्ष को अनुमति नहीं मिलती है तो दूसरे को भी अपने सारे लाउड स्पीकर उतारने पड़ेंगे। जो अजान देने वाले लोग हैं उनको भी अपने लाउडस्पीकर उतार देना चाहिए।
एमएलसी प्रताप सिंह कश्मीर फ़ाइल पिक्चर देखिए। कश्मीर के अंदर किस प्रकार से खौफ पैदा करने के लिए लाउडस्पीकर से मस्जिदों के अंदर से या तो भाग जाओ या धर्म परिवर्तन कर लो या हत्या के लिए तैयार रहिए। यह सब लाउडस्पीकर से ही हुआ था। कानून व्यवस्था पर हमेशा प्रश्न चिन्ह लगा दिया जाता है मस्जिदों के लाउडस्पीकर द्वारा, कानून व्यवस्था को हमेशा बाधित किया गया है।
हिंदुओं पर विरोधी जो हमारे दूसरे धर्म की आस्था वाले लोग हैं उन पर हमले करने के लिए कश्मीर से लेकर बंगाल तक इन लाउडस्पीकर का प्रयोग हुआ है। इसलिए इन धार्मिक स्थलों से लाउडस्कर को हटाना चाहिए।