नरेंद्र मोदी के बाद देश का प्रधानमंत्री कौन होगा? ये सवाल सभी के जहन में है और हर कोई इस सवाल को जानना चाहता है। इसको लेकर चर्चाओं का दौर गरमाया हुआ है। कोई कयास लगाते हुए ये कहता है कि गृह मंत्री अमीत शाह होंगे या तो फिर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। कभी हिंदु वाहिनी के अध्यक्ष रहे योगी आदित्यनाथ गोरखपुर जिले में लगातार 5 बार सांसद भी रहे, और उनकी पहचान एक ऐसे फायरब्नरांड नेता की थी जिनका एक एक बयान अखबारों कि सुर्खिया बनता हैं। क्योंकि हिंदू, हिंदुत्व और हिंदुस्तान पर वो ताल थोकर बोला करते थे। ऐसे फायर ब्रैंड नेता योगी आदित्यनाथ को साल 2017 में मोदी और अमित शाह ने मुख्यमंत्री बनाकर उत्तर प्रदेश का ताज पहना दिया गया था। जिस वक्त योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाकर उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी गई उस वक्त इस फैसले की काफी आलोचना हुई थी।
2022 में जनता ने फिर एक बार योगी आदित्यनाथ को चुना
वहीं बीजेपी विरोधियों की ये सोच तब गलत साबित हुई जब योगी आदित्यनाथ के राज में सरकारी योजनाएं जहांं समाज के आखिरी पंती में बैठे लोगों के पास पहुंचने लगी तो वहीं दूसरी तरफ गुंडे बदमाशों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन देखने को मिला। धीरे धीरे योगी सरकार को आए सत्ता में 5 साल गुजर गए और जब दोबारा साल 2022 में विधानसभा चुनाव हुआ तो जनता ने फिर एक बार योगी आदित्यनाथ को चुना और सत्ता सौंप दी । सत्ता में वापसी के बाद योगी आदित्यनाथ राजनीति में और मजबूत होकर उभरे और अब तो योगी आदित्यानाथ की पहचान एक ऐसे नेता के तौर पर हुई जिसे अब मोदी का उत्तराधिकारी बताया जाने लगा। वहीं अब कई लोग ऐसे भी हैं जो योगी आदित्यनाथ को जल्द से जल्द हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री की शपथ गृहण करते देखना चाहते है। पर अब सवाल ये है कि खुद सीएम योगी प्रदानमंत्री बनने के बारे में क्या सोचते है इसका जवाब उन्होंने खुद दे दिया है।
सीएम योगी ने कहा- “मैं एक योगी हूं”
दरअसल, निजी चैनल के शिखर सम्मेलन में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ शामिल हुए। इस दौरान सवालों और जवाबों का दौर चला। जब उनसे प्रधानमंत्री बनने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वो एक योगी हैं और उसी रूप में रहना चाहते हैं। उनका मानना है कि वो संन्यासी पहले हैं और राजनेता बाद में।जब उनसे सवाल किया गया कि भविष्य में वो खुद को केंद्र में देखना चाहेंगे या राज्य में तो इसके जवाब में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वो अपने मठ में दिखना चाहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि वो एक संन्यासी हैं और ये संन्यास वो 30 साल पहले ही ले चुके हैं।
राजनीति उनका फुल टाइम जॉब नहीं – सीएम योगी
उन्होंने आगे कहा कि राजनीति उनका फुल टाइम जॉब नहीं है और इस बात को उन्होंने कभी नहीं कहा। राजनीति को अपना सबकुछ मानकर नहीं किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा, “एक योगी नेतृत्व देने की क्षमता भी रखता है, इस चुनौती को स्वीकार भी किया है।” उन्होंने साफ किया, ‘मैंने कभी नहीं कहा कि मैं प्रधानमंत्री बनने जा रहा हूं, मैं एक योगी हूं और एक योगी के रूप में ही रहना चाहता हूं।
जानिए सीएम मोदी को कब हुई सबसे ज्यादा खुशी
इससे पहले योगी आदित्यनाथ से जब सवाल किया गया कि जब वो दो बार मुख्यमंत्री बने तो सबसे ज्यादा खुशी कब हुई, पहली बार या दूसरी बार. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उन्हें सबसे ज्यादा खुशी तब हुई थी जब उन्होंने एक योगी रूप में दीक्षा ली थी और वो उसी रूप में रहना पसंद करेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी और गम कभी नहीं रहता है।