यूपी विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। राज्य के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई। लेकिन राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सपा विधायकों ने आसमान छूती महंगाई व बेरोज़गारी, भर्तियों में हो रही धांधली और रसातल में गई प्रदेश की बदहाल कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ हंगामा कर दिया। इस हंगामे का एक वीडिया सपा पार्टी ने अपने ट्वीटर पर शेयर किया है। जिसमें सपा पार्टी के विधायक लखनऊ विधानसभा के बाहर सत्ताधारी बीजेपी पार्टी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान भारी पुलिस बल उन्होंने रोकने का कोशिश कर रहा है।
चाचा शिवपाल के नेतृत्व में सपा विधायकों ने खोला BJP के खिलाफ मोर्चा
बता दें कि सपा विधायकों ने चाचा शिवपाल के नेतृत्व में विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले लखनऊ में राज्य विधानसभा के बाहर योगी सरकार के खिलाफ मोर्च खोल दिया। सपा विधायक तख्तियां लेकर धरने पर बैठ गए हैं। भारी पुलिस बल मौके पर तैनात हैं। वहीं विधानसभा मार्शल ने मीडिया को वहां हटने का आदेश दिया है। मीडिया को कवरेज करने से रोका गया। सपा अध्यक्षक अखिलेश यादव भी विधानसभा पहुंचे हैं।
सपा विधायकों ने राज्यपाल के अभिभाषण के बीच राज्यपाल वापस जाओ के साथ संविधान विरोधी सरकार नहीं चलेगी के नारे लगाए। उन्होंने कहा कि ये जनता का पैसा खाते है और घपलेबाज सरकार चलाते हैं।
यूपी की 25 करोड़ जनता के लिए 22 फरवरी को सदन में पेश होगा बजट– सीएम योगी
वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सदन की उच्च गरिमा व मर्यादा के साथ चर्चा को आगे बढ़ाने से लोकतंत्र के प्रति आमजन की आस्था बढ़ती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सदन में राज्य के विकास और जनकल्याण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। सकारात्मक माहौल और संसदीय परंपराओं का पालन करते हुए सभी सदस्यों को अपने सुझावों और मुद्दों को सदन में रखना चाहिए।
क्योंकि प्रदेश की जनता ने बड़े विश्वास के साथ सदस्यों को देश की सबसे बड़ी विधानसभा में चुनकर भेजा है और उस विश्वास पर खरा उतरना सभी सदस्यों का कर्तव्य है। वहीं अभी सत्र की कार्यवाही 20 फरवरी से लेकर 10 मार्च तक निर्धारित हुई है। अगर कोई और तीथि महत्वपूर्ण लगेगी तो हम शनिवार को उसपर चर्चा करने के बारे में सोचेंगे। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता के लिए 22 फरवरी को सदन में बजट पेश किया जाएगा। दोनों सदनों में चर्चा के बाद इसे पारित किया जाएगा।
बेरोजगारी चरम सीमा पर है और कानून व्यवस्था ध्वस्त- अखिलेश
इस बीच पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग इन्वेस्टर समिट में लगाए पौधे को नहीं बचा पाए वह इन्वेस्टमेंट कहां से लाएंगे। वहीं रामचरितमानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर उन्होंने कहा कि वह इसका जवाब सदन में देंगे। अखिलेश ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए बोले कि ये वो झूठी सरकार है जिसने कहा कि एक लाख करोड़ रुपए मंडी के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए देंगे। आप बताइए उत्तर प्रदेश में इन्होंने एक भी मंडी बनाई? दोनों सरकारों ने मिलकर हमारे गांव, गरीबों को लूटा है। बेरोजगारी चरम सीमा पर है और कानून व्यवस्था ध्वस्त।