उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक निजी स्कूल में छात्रों से अल्पसंख्यक सहपाठी को कथित तौर पर खप्पड़ मारने के लिए कहानी वालि अध्यापिका का मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है। जिसे लेकर प्रदेश की साथ ही देशभर की राजनीति काफी गरमा गई है। फिलहाल अब बीजेपी ने इस मामले को लेकर सपा पर निशाना साधा है। बता दें के बीजेपी के मुताबिक सपा इस मामले को सांप्रदायिक मोड़ दे रही है।
भाजपा ने सपा पर साधा निशाना
भाजपा ने शनिवार को सपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह मुजफ्फरनगर में अल्पसंख्यक समुदाय के एक लड़के को थप्पड़ मारने की कथित घटना को सांप्रदायिक मोड़ दे रही है। बीजेपी का कहना है कि विपक्षी दलों को चाहिए कि वह कानून को अपना काम करने दे और मामले की जांच कर कार्रवाई हो।
बता दें कि बीजेपी की इस मामले को लेकर प्रतिक्रिया सपा के उस आरोप के बाद आई है, जिसमें कहा गया है कि बिजेपी और आरएसएस की नफरत की राजनीति ने देश को ऐसे मोड़ पर ला दिया है, जहां एक शिक्षक अपने छात्रों से एक लड़के को उसके धर्म के आधार पर थप्पड़ मारने के लिए कह सकता है।
सपा ने बीजेपी पर लगाया नफरत की राजनीति का आरोप
समाजवादी पार्टी मुजफ्फरनगर की घटना का जिक्र कर रही है, जिसका वाडियो वायरल हुआ है। वीडियो में कथित रूप से एक महिला शिक्षरक को संप्रदायिक टिप्पणी करते हुए अपने छात्रों से मुस्लिम समुदाय के कक्षा दो के एक छात्र को थप्पड़ मारने के लिए कहते हुए दिखाया गया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सपा को हर मुद्दे को सांप्रदायिक मोड़ देने की आदत है। उन्होंने ऐसा पहले एक मामले में किया था, जहां यह फर्जी खबर निकली थी. अबकी बार भी यह स्थापित हो गया है कि इसमें कोई सांप्रदायिक कोण नहीं था।
उन्होंने कहा कि “जिन्होंने तुष्टीकरण की राजनीति के लिए आतंकवादियों को रिहा किया, राम भक्तों पर गोलीबारी का जश्न मनाया, 700 दंगे कराए, जिनमें हजारों मुस्लिम मारे गए, वे अब ऐसे मुद्दों पर भी अपना वोट बैंक कार्ड खेलने की कोशिश कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि कानून को अपना काम करने दीजिए.
अखिलेश ने टीचर को सस्पेंड करने की उठाई मांग
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी अपने एक पोस्ट में शिक्षिका को तुरंत प्रभाव से निष्कासित करने की मांग की है और आरोपी शिक्षिका को शिक्षक समाज पर एक धब्बा करार दिया है. मुजफ्फननगर पुलिस ने शनिवार को आरोपी शिक्षिका तृप्ता त्यागी पर मामला दर्ज किया. इस मामले में राज्य शिक्षा विभाग की ओर से विद्यालय को भी नोटिस भी दिया गया है.