UP Lok Sabha 2024: उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने राज्य में लोकसभा चुनाव के निराशाजनक प्रदर्शन (UP Lok Sabha 2024) की नैतिक जिम्मेदारी ली है और हार के कारण भी बताए हैं। सूत्रों के अनुसार, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जो भी निर्णय लेंगे, भूपेंद्र चौधरी उसी के अनुसार कार्य करेंगे। बीजेपी मुख्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ भूपेंद्र चौधरी की लगभग आधे घंटे की मुलाकात हुई।
यूपी में भाजपा की हार का क्या कारण?
संविधान बदलने और आरक्षण खत्म करने का भ्रम
अधिकारियों की मनमानी
जनप्रतिनिधियों की सुनवाई न होना
संविदा पर हो रही भर्तियों में आरक्षण न होने से पनपा असंतोष
मतदाता सूची से नाम कटने की समस्या
25 जून तक पेश होगी समीक्षा रिपोर्ट
यूपी में मंडल अध्यक्ष, कार्यकर्ता और हारे हुए सांसद प्रत्याशियों से बातचीत कर समीक्षा रिपोर्ट तैयार की जा रही है। लगभग 40,000 लोगों से बातचीत कर यह रिपोर्ट बनाई जा रही है। 25 जून तक यूपी बीजेपी की समीक्षा रिपोर्ट तैयार हो जाएगी, जिसके बाद राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में इसे पेश किया जाएगा।
जल्द होगी भाजपा पदाधिकारियों की बैठक
यह माना जा रहा है कि जल्द ही राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक होगी। यूपी बीजेपी का मानना है कि कई लोकसभा सीटों पर फाइनल वोटर लिस्ट से बीजेपी समर्थित लोगों या सवर्ण जाति के वोटरों के नाम काटे गए। यह समस्या अयोध्या, श्रवस्ती, बस्ती और कई अन्य लोकसभा क्षेत्रों में सामने आई।
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अयोध्या में हार की समीक्षा कर रही पार्टी
इसके साथ ही अयोध्या में पार्टी की हार की समीक्षा भी की गई। महंत राजू दास के बयान का भी संज्ञान लिया गया है। यूपी में चुनाव परिणाम उम्मीद के विपरीत रहे, जिसके चलते भूपेंद्र चौधरी ने पार्टी अध्यक्ष के तौर पर जेपी नड्डा के समक्ष नैतिक जिम्मेदारी ली। इस बीच, दिल्ली बीजेपी नेता अरविंदर सिंह लवली भी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने पहुंचे।