लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। संभल में विष्णु का दसवां अवतार होना है। सर्वे तो न्यायालय के आदेश के बाद हुआ। सर्वे तो पहले भी हुआ है। जुमे की नमाज के बाद जो तकरीरें दी गईं। वो सबके सामने हैं। सदन में रिपोर्ट आई है। दूध का दूध पानी का पानी सबके सामने आ जाएगा। सत्य, सूर्य, प्रकाश पर पर्दा नहीं डाला जा सकता है। हम तो भारत के पुराण पर विश्वास करते हैं। ये बातें सोमवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में संभल हिंसा पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही।
सीएम योगी ने संभल की खोली फाइल
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विधानसभा में शीतकालीन सत्र के दौरान संभल से लेकर बहराइच तक के सांप्रदायिक दंगे पर विपक्ष के हमलों का करारा जवाब दिया सीएम योगी ने कहा, संभल में दंगों का इतिहास 1947 से शुरू होता है। 1947 में एक मौत, 1948 में 6 लोग मारे जाते हैं। 1958 और 1962 में भी दंगा होता है। 1976 में पांच लोगों की मौत हुई थी। 1978 में 184 हिंदुओं को जिंदा जला दिया गया था। 1980 में फिर दंगा हुआ था, एक मौत हुई। 1982 में फिर दंगा हुआ फिर एक मौत हुई। 1986 में चार लोग मारे गए। 1990 और 1992 में पांच मौतें हुईं। 1996 में दो मौतें हुईं। यह सिलसिला लगातार चलता रहा। 1947 से अब तक संभल के अंदर 209 हिंदुओं की निर्मम हत्या हुई है।
दंगों में 209 हिन्दू मारे गए,
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संभल में दो दिन शांति से एएसआई सर्वे किया गया। लेकिन जुमे की नमाज से पहले और बाद में मस्जिद से तकरीरें की गईं, जिससे माहौल गरम हुआ। सीएम योगी ने कहा, संभल में जानबूझकर माहौल खराब किया गया। अब लोग वहां दंगों में मारे गए लोगों पर घड़ियालू आंसू बहा रहे हैं, लेकिन पहले के दंगों में 209 हिन्दू मारे गए, लेकिन किसी ने एक लफ्ज भी नहीं किया। उन्होंने कहा कि संभल में जिसने भी गोली चलाई, कट्टा चलाया, पत्थरबाजी की, उनकी सारी तस्वीरें हमारे पास हैं। इनमें एक-एक का हिसाब होगा. कोई भी दोषी को बचा नहीं पाएगा।
लेकिन हिन्दुओं की शोभायात्रा क्यों
सीएम योगी ने बताया कि अलग-अलग समय पर यूपी में दंगे सुनियोजित तरीके से कराया गया। हिन्दुओं के मोहल्ले से मुस्लिम धार्मिक जुलूस शांति से निकल जाते हैं, लेकिन हिन्दुओं की शोभायात्रा क्यों शांतिपूर्ण तरीके से मुस्लिम इलाकों से क्यों नहीं निकल पाती। उन्होंने महराजगंज में शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उस दौरान चार कंपनी पुलिस बल तैनात था। घर के अंदर से युवक को गोली मारी गई, लेकिन पुलिस ने पूरा धैर्य दिखाया। सीएम योगी ने कहा, हम भी बुद्ध को मानते हैं। भारत की एक विरासत है। सरकार भी उसी को लेकर कार्य कर रही है।
2017 से अब तक यूपी में नहीं हुआ एक भी दंगा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, एनसीआरबी के आंकड़ो में 2017 से अबतक प्रदेश में साम्प्रदायिक दंगों में 97 फीसदी से 99 फीसदी की कमी आई है। जिसको आप दंगे कहते हैं वो 2017 से अबतक नही हुए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, यूपी में 2012 से 2017 तक एनसीबी के आंकड़े है। प्रदेश में 817 दंगे हुए। 192 लोगो की मृत्यु हुए। 2007 से 2011 बीच 616 साम्प्रदायिक घटनाएं हुई, जिनमे 121 मौत हुई। ये आंकड़े बताते हैं कि किनकी सरकारों में सबसे ज्यादा दंगे और इंसानों की मौतें हुई। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में कानून का राज है। बिना भेदभाव के अपराधियों का इलाज किया जा रहा है।
रामनाम सत्य भी होता है
सीएम योगी ने कहा, जब हम मिलते है तो राम राम होता है। अंतिम यात्रा में भी रामनाम सत्य भी होता है। अगर जयश्रीराम किसी ने बोल दिया तो ये चिढ़ाने वाला कृत्य नही है। सीएम योगी ने उपचुनाव का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, आपने कुंदरकी की जीत को वोट की लूट बताया। एक सम्मानित सदस्य को लुटेरा बताया। क्या यह सच नही है आपके पूर्वज हिन्दू नही थे। क्या यह सच नही है कि देसी और विदेशी मुसलमान के वर्चस्व की लड़ाई है। सूर्य चांद और सत्य को बहुत देर तक छिपा नही सकते। मुगलों के समय जो हुआ, वह सभी जानते हैं। अब भी चंद लोग हैं, जिन्हें मुगलों से प्यार है। वह उन्हीं के रास्ते पर चलना चाहते हैं।
संभल में होका भगवान विष्णु का अवतार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, आजतक इन हिंदुओं के बारे में एक भी शब्द नहीं कहा गया। हमारा पुराण कहता है कि भगवान विष्णु का दसवां अवतार उसी संभल में होगा। सीएम योगी ने कहा, संभल में 1978 में जो दंगा हुआ था। 1978 से मंदिर को खोलने नहीं दिया। आज बजरंग बली का मंदिर निकल रहा है। वहां पर 22 कुएं को बंद किया गया। सीएम योगर आदित्यनाथ ने आगे कहा कि संभल में मंदिर को जबरन बंद करवाया गया। अब वहां पूजा हो रही है। खुद को सेकुलर कहने वाले लोग इस पर मौन है। सीएम योगी ने दो टूक शब्दों में कहा कि अब पत्थरबाजी नहीं चलने वाली। जो भी पत्थर उठाएगा, उसे पर ऐसी कार्रवाई होगी, जो नजीर बनेगी।