Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है, लेकिन श्रद्धालुओं का उत्साह कम होने का नाम नहीं ले रहा। जैसे-जैसे महाकुंभ समापन की ओर बढ़ रहा है, वैसे-वैसे आस्था की लहर भी तीव्र होती जा रही है। प्रयागराज में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है। महाकुंभ के इस आखिरी वीकेंड में श्रद्धालुओं की भीड़ और बढ़ने की संभावना है। प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार अब तक 58 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा चुके हैं। 22 और 23 फरवरी को बड़ी संख्या में लोग संगम स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। प्रशासन ने जाम की स्थिति को देखते हुए प्रयागराज में 24 फरवरी को होने वाली 10वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी है। सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है।
संगम तट पर आस्था का महासंगम
प्रयागराज का Mahakumbh 2025 विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, और इस बार यह 144 साल बाद बने दुर्लभ योग में संपन्न हो रहा है। 13 जनवरी से शुरू हुआ यह भव्य आयोजन अब अपने अंतिम चरण में पहुंच रहा है। बीते 41 दिनों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है। हर दिन औसतन करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
- अब तक 58 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम स्नान किया।
- 40वें दिन रात 8 बजे तक 1.28 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई।
- 22-23 फरवरी को महाकुंभ का आखिरी वीकेंड, भारी भीड़ की संभावना।
- 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का अंतिम स्नान।
स्नान के दौरान श्रद्धालु गंगाजल, धूप-दीप और पुष्प अर्पित कर मां गंगा की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। स्नान के बाद लाखों लोग मंदिरों में दर्शन कर रहे हैं और संतों-महात्माओं का आशीर्वाद ले रहे हैं।
भीषण जाम, प्रशासन की सख्ती
Mahakumbh 2025 में बढ़ती भीड़ के चलते प्रयागराज में भीषण जाम की स्थिति बनी हुई है। शहर में प्रवेश करने वाले रास्तों पर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई हैं। संगम तक पहुंचने के लिए लोगों को 500 मीटर चलने में दो घंटे तक का समय लग रहा है।
- संगम से 10 किमी पहले वाहनों की एंट्री बंद।
- वीआईपी वाहन अरहल घाट तक जा सकते हैं।
- ट्रैफिक डायवर्जन योजना लागू।
- 24 फरवरी को 10वीं-12वीं की परीक्षा रद्द।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि श्रद्धालुओं को ज्यादा पैदल न चलना पड़े। बावजूद इसके, श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या के कारण ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा रही है।
Mahakumbh 2025 के खास स्नान पर्वों पर उमड़ी भारी भीड़
इस बार के महाकुंभ में विशेष पर्वों पर करोड़ों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।
स्नान पर्व | श्रद्धालुओं की संख्या |
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पौष पूर्णिमा | 1.70 करोड़ |
मकर संक्रांति | 3.50 करोड़ |
मौनी अमावस्या | 7.64 करोड़ |
बसंत पंचमी | 2.57 करोड़ |
माघी पूर्णिमा | 2 करोड़ |
महाशिवरात्रि के स्नान के लिए भी करोड़ों श्रद्धालुओं के प्रयागराज पहुंचने की संभावना है।
प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री और वीआईपी मेहमान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को एक बार फिर प्रयागराज पहुंचे। उन्होंने संगम घाट, लेटे हनुमान मंदिर और अक्षयवट का दौरा किया। उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे। कई अन्य मंत्री, साधु-संत और गणमान्य लोग भी महाकुंभ में भाग ले रहे हैं।
प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है और तीर्थयात्रियों की हर समस्या का तत्काल समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं।
अयोध्या और काशी में भी उमड़ी भीड़
Mahakumbh 2025 का प्रभाव अयोध्या और काशी में भी देखा जा रहा है। संगम स्नान के लिए आए श्रद्धालु अयोध्या में रामलला और काशी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए भी उमड़ रहे हैं।
- अयोध्या में हर दिन 4-5 लाख लोग दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
- राम मंदिर के एंट्री पॉइंट्स पर 1,000 से ज्यादा बसें खड़ी।
- 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालु हर समय अयोध्या में मौजूद।
- काशी विश्वनाथ मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़।
समापन से पहले श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं
महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के पर्व पर होगा। इस दौरान तीर्थयात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है।
- मुख्य सचिव और डीजीपी ने खुद व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
- विशेष ट्रैफिक प्लान लागू।
- श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात।
Mahakumbh 2025 का यह अंतिम वीकेंड है, लेकिन आस्था की लहर अब भी अपने चरम पर है। प्रयागराज में आस्था, श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है।