CM Yogi Interview : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जो राज्य के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले सीएम बन चुके हैं, ने 19 मार्च को अपनी सरकार के नेतृत्व में 8 साल पूरे किए। इस अवसर पर उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को एक इंटरव्यू दिया। इससे पहले एजेंसी ने कुछ प्रोमो जारी किए जिनमें योगी दिल्ली की योजना, मुसलमानों, संभल, कुणाल कामरा, नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राहुल गांधी, अखिलेश यादव, माफिया और जॉर्ज सोरोस से संबंधित सवालों पर खुलकर अपनी बात रखते नजर आ रहे हैं।
ममता बनर्जी पर बोले सीएम योगी
सीएम योगी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा प्रयागराज महाकुंभ को ‘मृत्युकंभ’ कहे जाने के सवाल पर कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक पश्चिम बंगाल से रोजाना 50 हजार से एक लाख लोग वहां पहुंचते थे। स्वाभाविक रूप से इतनी भीड़ को देखकर पश्चिम बंगाल की सरकार खुद परेशान हो गई। उनके रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर हर कोई प्रयागराज जाने के लिए बेताब था। लेकिन चाहे पश्चिम बंगाल सरकार हो, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी या आरजेडी, इन सबका रवैया तुष्टीकरण की चरम सीमा को दर्शाता है। यह भारत की आस्था का अपमान करने का उदाहरण है। लेकिन महाकुंभ ने साबित कर दिया कि यह ‘मृत्युंजय महाकुंभ’ था और जो भी वहां आया वह प्रभावित होकर लौटा।
सीएम योगी ने बताया महाकुंभ में आए करोड़ों लोगों की कैसे हुई गिनती
प्रयागराज महाकुंभ में आए करोड़ों लोगों की गिनती के तरीकों के सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि हमने सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। हमने एआई टूल्स का इस्तेमाल करके लोगों की गिनती की व्यवस्था की थी। यह सुनिश्चित किया गया था कि किसी व्यक्ति का चेहरा दोबारा न गिना जाए। इसके लिए चेहरा पहचानने की तकनीक का उपयोग किया गया था। एक केंद्रीय स्थान बनाया गया था.. जहां से यह गिनती हुई थी। कुल 66.30 करोड़ लोग 45 दिनों में वहां स्नान करने आए थे।
होली विवाद पर क्या बोले सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पहला राज्य है जिसने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर की आवाज को नियंत्रित किया है। अगर यूपी में यह संभव है तो बंगाल में क्यों नहीं हो सकता? मोहर्रम के दौरान जुलूस निकलते हैं.. क्या उनके झंडे की छाया किसी मंदिर या हिंदू के घर पर नहीं पड़ती? क्या इससे हिंदू का घर अशुद्ध हो जाता है? सख्त निर्देश हैं कि जिन्हें रंग से एतराज है.. उन पर रंग न डाला जाए।
फिर भी अगर रंग पड़ गया तो प्रशासन उसे साफ करवाकर दोबारा रंगाई-पुताई करवा रहा है.. यह क्या तरीका है? क्या लोग रंग-बिरंगे कपड़े नहीं पहनते? हिंदुओं से ज्यादा तो मुसलमान ही रंगीन कपड़े पहनते हैं.. फिर रंग से परहेज क्यों? यह दोहरा व्यवहार है। रंग-बिरंगे कपड़े पहनते हैं.. लेकिन रंग पड़ जाए तो हंगामा मचा देते हैं। ऐसा नहीं चल सकता। यह दोहरापन क्यों? आपस में गले मिलें। कई मुसलमानों ने होली खेली है। शाहजहांपुर में तो नवाब साहब की पूरी झांकी और शोभायात्रा निकलती है।
जितने अतिक्रमण होंगे.. वो सब हटेंगे.. -सीएम योगी
योगी ने कहा कि सनातन हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण स्थल हमारी सांस्कृतिक धरोहर के प्रतीक हैं। संभल में 68 में से 54 तीर्थ स्थल खोज लिए गए हैं। बाकी सभी को खोजने का काम जारी है। इसके शास्त्रीय सबूत उपलब्ध हैं जिन्हें हम सामने ला रहे हैं कि ये कहां-कहां हैं। जिन्होंने भी इन पर कब्जा किया होगा.. उन्हें एक-एक करके हटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बात मस्जिद की नहीं है.. जितने भी अतिक्रमण होंगे.. वे सभी हटाए जाएंगे।
श्रीकृष्ण की जन्मभूमि पर क्या बोले योगी
धर्मस्थलों के विवादों को कानून के दायरे में सुलझाने के सवाल पर योगी ने कहा कि मथुरा का मुद्दा क्यों न उठाया जाए क्या मथुरा श्रीकृष्ण की जन्मभूमि नहीं है? कोर्ट में मामला विचाराधीन होने के सवाल पर योगी ने कहा कि हम तो कोर्ट के निर्देशों का ही पालन कर रहे हैं वरना अब तक वहां बहुत कुछ हो चुका होता।
संभल में निकल रहे मंदिरों पर क्या बोले सीएम योगी
सीएम योगी ने संभल में मंदिरों और तीर्थ स्थलों के मुद्दे पर कहा कि जितने भी हैं, सभी को खोजा जाएगा, बाहर लाया जाएगा और दुनिया को बताया जाएगा कि भगवान ने जिन्हें आंखें दी हैं, वे आएं और देखें कि संभल में क्या हुआ था। संभल एक हकीकत है। आपको अपनी पूजा पद्धति की पूरी आजादी है। आप जहां चाहें, वहां बना सकते हैं। लेकिन आपने तो इस्लाम के सिद्धांतों से हटकर काम किया है। इस्लाम कहता है कि किसी हिंदू मंदिर या हिंदू घर को तोड़कर बनाई गई इबादत की जगह स्वीकार्य नहीं है। फिर आपने ऐसा क्यों किया? आप तो इस्लाम के खिलाफ व्यवहार कर रहे हैं। हम जो कुछ भी कर रहे हैं, वह कानून के दायरे में रहकर ही कर रहे हैं।
बुलडोजर एक्शन पर क्या बोले सीएम योगी
उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में बुलडोजर कार्रवाई पर कोर्ट की टिप्पणियों के बारे में एएनआई के सवाल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो लोग न्याय में विश्वास रखते हैं.. उनके लिए न्याय मिलता है। लेकिन जो खुद न्याय और कानून को अपने हाथ में लेते हैं.. उन्हें कई बार कानून के दायरे में रहकर सबक सिखाया जाता है। हर किसी को उसकी समझ के अनुसार ही जवाब देना चाहिए। अगर कोई हिंसा के साथ हमला करने आता है और हम उसके सामने दया की भीख मांगें.. ऐसा नहीं होगा। अगर वह हिंसा के साथ आता है.. तो पहले उसकी हिंसा का जवाब देना जरूरी है।
यूपी में सबसे ज्यादा सुरक्षित है मुसलमान – CM
यूपी में मुसलमानों की सुरक्षा के सवाल पर योगी ने कहा कि वह एक योगी हैं जो सभी के कल्याण की कामना करते हैं और “सबका साथ, सबका विकास” के सिद्धांत में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म दुनिया की सबसे पुरानी धर्म और संस्कृति है और ऐसा कोई समुदाय.. मत या मजहब नहीं है जिसे संकट के समय सनातन धर्म के अनुयायियों ने शरण न दी हो। लेकिन इसके बदले में क्या मिला? उन्होंने तर्क दिया कि इतिहास में कोई उदाहरण नहीं है जहां किसी हिंदू राजा ने अपनी ताकत या वैभव के अहंकार से किसी पर हुकूमत कायम की हो।
उन्होंने आगे कहा कि दुनिया में ज्यादातर लोग सब कुछ हड़पना चाहते हैं.. लेकिन आज भी यह देखा जा सकता है कि 100 हिंदू परिवारों के बीच एक मुस्लिम परिवार पूरी तरह सुरक्षित रहता है। उसे अपने त्योहार मनाने और अपने धार्मिक कर्तव्यों को निभाने की पूरी आजादी होती है। लेकिन क्या 100 मुस्लिम परिवारों के बीच 50 हिंदू सुरक्षित रह सकते हैं? इसके लिए उन्होंने बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के उदाहरण दिए। उनका कहना था कि समझदारी इसी में है कि जहां धुआं उठता दिखे या किसी को ठोकर लगती दिखे.. वहां हम पहले ही संभल जाएं।
योगी ने जोर देकर कहा कि वह सभी को समान नजरिए से देखते हैं और उत्तर प्रदेश में मुसलमान सबसे ज्यादा सुरक्षित हैं। अगर हिंदू सुरक्षित हैं.. तो मुसलमान भी सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि 2017 से पहले यूपी में दंगे होते थे.. जिसमें हिंदुओं की दुकानें जलती थीं तो मुसलमानों की भी जलती थीं.. हिंदुओं के घर जलते थे तो मुसलमानों के भी जलते थे। लेकिन 2017 के बाद दंगे रुक गए और अब अगर हिंदू सुरक्षित हैं तो मुसलमान भी सुरक्षित हैं।
औरंगजेब की पूजा करने वाले क्या जानें.. – सीएम
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जो लोग औरंगजेब और बाबर की पूजा करते हैं और जिन्ना को अपना आदर्श मानते हैं, उनसे यह अपेक्षा नहीं की जा सकती कि वे शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, राणा सांगा और गुरु गोविंद सिंह के इतिहास से परिचित होंगे।
उनके लिए औरंगजेब आदर्श हैं.. -योगी
एएनआई ने अखिलेश यादव के बयान का जिक्र करते हुए योगी से सवाल किया कि डबल इंजन की बात तो छोड़िए.. अब तो इंजन एक-दूसरे को नमस्ते भी नहीं करते। इस पर योगी ने जवाब दिया कि यह उनकी (अखिलेश की) संस्कृति और परवरिश का नतीजा है। हमारे यहां हम अपनी विरासत को सम्मान देते हैं जिससे वर्तमान नेतृत्व को सम्मान मिलता है और अपने पूर्वजों के प्रति भी श्रद्धा का भाव रखते हैं। लेकिन जिनके लिए औरंगजेब आदर्श हैं.. उनका व्यवहार भी उसी के अनुरूप होगा।
वे औरंगजेब की तारीफ करते हैं और उनके नेता मुंबई से लखनऊ तक उसका गुणगान करने वाले लोग हैं। जिसका जैसा आदर्श होता है.. वैसा ही उसका अपना चरित्र भी बन जाता है। हम राम, कृष्ण और शिव को अपना आदर्श मानते हैं.. उनकी पूजा करते हैं.. तो स्वाभाविक रूप से उनके अच्छे गुण उनकी कृपा से हममें आते हैं। वहीं जो औरंगजेब और बाबर को अपना प्रेरणास्रोत मानते हैं.. उनके अंदर वही गुण दिखाई देंगे। लोगों ने इसका आचरण अपनी आंखों से देखा है और आगे भी देखते रहेंगे।
दिल्ली जाने को लेकर क्या बोले सीएम
एएनआई ने मुख्यमंत्री योगी से सवाल किया कि आपने कई बार कहा है कि अगर सत्ता चली जाए तो कोई फर्क नहीं पड़ता। जब इस तरह की बातें सामने आती हैं तो लोग कयास लगाते हैं कि शायद योगी दिल्ली की ओर नजर रख रहे हैं या दिल्ली से उन्हें बुलावा आया है। इस पर योगी ने जवाब दिया कि ये बातें उन संदर्भों में कही जाती हैं जहां विरासत को आगे ले जाने का जुनून दिखता है। 2017 से पहले अयोध्या की हालत सभी जानते थे।
उस वक्त अयोध्या जाने पर कई रुकावटें आती थीं, सुविधाओं की कमी थी, और अयोध्या अपनी पहचान के लिए तरस रही थी। 2017 में भाजपा की डबल इंजन सरकार बनी और इसके बाद हमें उन चुनौतियों का सामना करना पड़ा जो आजादी के बाद से दबी हुई भावनाओं से जुड़ी थीं। साथ ही अयोध्या का सर्वांगीण विकास करना और उसे उसकी पहचान दिलाना भी जरूरी था।
दीपावली का अयोध्या से गहरा नाता – योगी
कई लोग मानते थे कि ऐसे संवेदनशील मुद्दों को छूना नहीं चाहिए वरना विवाद हो सकता है। योगी ने कहा कि सत्ता में रहते हुए अनुकूल और प्रतिकूल दोनों परिस्थितियां आती हैं और इनके बीच तालमेल बिठाकर ही आगे बढ़ने पर नतीजे मिलते हैं। अयोध्या के मामले में भी यही हुआ। हमने सोचा कि विरोध हो तो होने दें हम अयोध्या जाएंगे और ऐसा कोई आयोजन शुरू करेंगे जो उसकी पहचान बन सके। दीपावली का अयोध्या से गहरा नाता है लेकिन वहां इसे लगभग भुला दिया गया था। इसलिए हमने दीपोत्सव शुरू करके उसकी पहचान को फिर से स्थापित किया।
भगवान श्रीराम और सरयू मैया के प्रति दीपोत्सव के जरिए जो सम्मान और कृतज्ञता दिखाई गई उसका नतीजा आज एक नई अयोध्या के रूप में सबके सामने है जिसे देखकर हर कोई प्रभावित होता है। प्रधानमंत्री का विरासत के प्रति जो दृष्टिकोण है वह आज अयोध्या में साकार रूप लेता दिख रहा है। पहले जहां साल भर में कुछ लाख लोग अयोध्या आते थे अब वहां करोड़ों लोग पहुंच रहे हैं। वहां कारोबार बढ़ रहा है लोगों को ढेरों मौके मिल रहे हैं। योगी ने कहा कि अगर हम सत्ता की चिंता करें और विरासत को भूल जाएं तो यह अन्याय होगा।
आठ साल पूरे होने पर क्या बोले सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की तैयारी के सवाल पर कहा कि पिछले आठ वर्षों में पार्टी नेतृत्व, सहयोगी दलों, भाजपा कार्यकर्ताओं और अन्य संगठनों के सहयोग से जनता का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। उन्होंने उल्लेख किया कि यह पहली बार हुआ है कि आजादी के बाद कोई मुख्यमंत्री लगातार पांच वर्ष तक कार्य करने के बाद दो-तिहाई बहुमत से पुनः सरकार बना सका। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सेवा, सुरक्षा और सुशासन के मॉडल को प्रभावी ढंग से लागू करने के कारण जनता का व्यापक समर्थन भाजपा को मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में जनता का आशीर्वाद जिसके साथ होगा वही सरकार बनाएगा।
तीसरी बार भाजपा की सरकार – CM
सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनाने और हैट्रिक हासिल करने के सवाल पर कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से कोशिश नहीं करूंगा बल्कि हमारी पार्टी इसके लिए प्रयास करेगी। मुख्यमंत्री का पद भाजपा का कोई भी कार्यकर्ता संभाल सकता है।
अयोध्या न जाने की सलाह पर क्या बोले योगी
योगी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद अयोध्या न जाने की सलाह के सवाल पर कहा कि 2017 से पहले अयोध्या की हालत क्या थी। वहां बुनियादी सुविधाओं की कमी थी। समाज का एक बड़ा हिस्सा मानता था कि ऐसे मुद्दों को छूना नहीं चाहिए क्योंकि इससे विवाद हो सकता है। हमने कहा कि ठीक है अगर विरोध होता है तो होने दें हम देख लेंगे। हम अयोध्या जाएंगे और वहां ऐसा कोई कार्यक्रम शुरू करेंगे जो अयोध्या की पहचान बन सके। दीपावली का अयोध्या से गहरा नाता था लेकिन वहां दीपावली के आयोजन को लगभग भुला सा दिया गया था। इसलिए हमने दीपोत्सव के आयोजन के जरिए अयोध्या की उस पहचान को फिर से स्थापित किया।
लोकसभा चुनाव को लेकर क्या बोले सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकसभा चुनाव में विपक्ष द्वारा किए गए दुष्प्रचार और विदेशी धन के उपयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने न केवल दुष्प्रचार किया बल्कि विदेशी धन का भी इसमें प्रयोग हुआ। अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस ने पहले ही इसकी घोषणा कर दी थी। योगी आदित्यनाथ के अनुसार पूरे देश में विदेशी धन का उपयोग किया गया जिसमें कांग्रेस और उसके सहयोगी दल, जो इंडी गठबंधन से जुड़े थे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल थे और उन्होंने चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया।
धर्म के आधार पर आरक्षण क्या बोले योगी
योगी ने कहा कि कर्नाटक सरकार का धर्म के आधार पर आरक्षण देना बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान का अपमान है। 1976 में कांग्रेस ने संविधान के साथ कई छेड़छाड़ की और उसकी मूल भावना को दबाने का प्रयास किया। यह कांग्रेस की पुरानी आदत रही है। डीके शिवकुमार जो कुछ भी कह रहे हैं वह कांग्रेस की उस विरासत का हिस्सा है जो उन्हें मिली है।
कुणाल कामरा पर क्या बोले योगी
सीएम योगी ने कॉमेडियन कुणाल कामरा के एकनाथ शिंदे से संबंधित बयान के बारे में कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब किसी पर व्यक्तिगत हमला करना नहीं है। अफसोस की बात है कि कुछ लोगों ने इस स्वतंत्रता को देश को नुकसान पहुंचाने और समाज में विभाजन की खाई को गहरा करने के लिए अपना जन्मजात अधिकार समझ लिया है।
डंडा न केवल बेटियों की रक्षा करता
सीएम योगी ने कहा कि यह डंडा न केवल बेटियों और व्यापारियों की रक्षा करता है, बल्कि अपराधियों और माफियाओं को भी सबक सिखाता है।