Greater Noida West Metro Project: ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर लोगों की उम्मीदें पटरी से उतरती दिख रही हैं। पिछले 10 साल से लोग इस प्रोजेक्ट का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अब तक इस रूट पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। हाल ही में नोएडा मेट्रो के दो अन्य प्रोजेक्ट्स पर केंद्र से बुलाया गया है, लेकिन ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो रूट पर कोई चर्चा नहीं हुई है। लोगों की परेशानी बढ़ने के बावजूद इस पर कोई ठोस निर्णय न होने से उम्मीदें निराशा में बदलती दिख रही हैं।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बढ़ी परेशानी
Greater Noida West में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कमी से लोग परेशान हैं। लाखों लोग इस क्षेत्र में रहते हैं, जहां निजी वाहनों पर निर्भरता बढ़ रही है। मेट्रो परियोजना की मांग को लेकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोग लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और इसके लिए स्थानीय सांसद और विधायक भी केंद्रीय मंत्री से गुहार लगा चुके हैं। हालाँकि, अब तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) के अधिकारी भी इस पर आगे की प्रक्रिया के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी देने में असमर्थ हैं।
डीपीआर की मंजूरी और प्रस्तावित प्रोजेक्ट्स
Greater Noida West मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए पहले ही दो बार डीपीआर (Detailed Project Report) को मंजूरी मिल चुकी है। अंतिम बार इस साल फरवरी में मंजूरी मिली थी। इसके बाद, जनवरी में एक संशोधित डीपीआर केंद्र सरकार को भेजी गई थी। हालांकि, इस पर चर्चा अब तक केंद्र में नहीं हुई है। इस बीच, नोएडा के अन्य मेट्रो प्रोजेक्ट्स के लिए प्रस्तुति दी जा रही है, लेकिन ग्रेटर नोएडा वेस्ट को लेकर कोई प्रगति नहीं हो पाई है।
मेट्रो से जाम में कमी और राहत की उम्मीद
Greater Noida West में मेट्रो परियोजना लागू होने से यहां के निवासियों को जाम से निजात मिल सकती है। फिलहाल, सार्वजनिक परिवहन की कमी के कारण लोग निजी वाहन इस्तेमाल करते हैं, जिससे सड़कों पर दबाव बढ़ता है। मेट्रो की योजना के तहत 17 किलोमीटर लंबी लाइन पर 11 स्टेशन बनाए जाने हैं, जिसका कुल खर्च करीब 3000 करोड़ रुपये है। यह परियोजना एक्वा लाइन का एक्सटेंशन होगी, जो पहले से ही नोएडा सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा डिपो तक चल रही है।
केंद्रीय मंत्री से मिला आश्वासन
ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो की मांग को लेकर हाल ही में दादरी के बीजेपी विधायक तेजपाल नागर ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की। केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया कि 2025 में इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने की योजना है। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है और वह इसे साकार करने के लिए लगातार प्रयास करेंगे।