नई दिल्ली ऑनलाइन खेल डेस्क। कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों…! इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है कि विराट कोहली एंड कंपनी ने। जिस तरह से आरसीबी के धुरंधरों ने आईपीएल 2025 में अपनी अकड़ और गजब की फुर्ती दिखाई, उसका नतीजा ये रहा कि दुनिया की सबसे बड़ी लीग का खिताब जांबाजों ने अपने नाम पर कर दिया। इस विजय के साथ ही आरसीबी ने टीम इंडिया को भविष्य के क्रिकेटर भी दिए तो पुराने धुरंधर भी चमके। इन्हीं पुराने धुरंधरों में से एक क्रुणाल पंड्या, हैं, जिन्होंने पूरे टूर्नामेंट में जबरदस्त प्रदर्शन किया। छोटे भाई हार्दिक की पंजाब से मिली हार का पड़े भाई ने प्रीती जिंटा की टीम को हराकर बदला भी ले लिया। आईपीएल पर कब्जे को लेकर पंड्या ने ‘ई साला कप नामदे’ नाम का इजाद किया, जो मील का पत्थर साबित हुआ।
विराट कोहली की सेना ने किया कमाल
आईपीएल की कहानी की शुरूआत 2008 में हुई थी। जब एक कारोबारी ललित मोदी ने आईपीएल नाम की लीग को कलम से उकेरा। कारवां चल पड़ा और साल-साल गुजरने के साथ ही आईपीएल दुनिया की सबसे बड़ी लीग बन गई। वर्ल्ड के क्रिकेटर्स के अपने देशों से खेलने के बजाए आईपीएल को जवज्जो देने लगे। कई दिग्गजों ने आईपीएल के चलते अपने देश की टीमों से सन्यास भी ले लिया। आईपीएल के जन्म से आरसीबी हर बार जबरदस्त प्रदर्शन करती। विराट कोहली रनों का पहाड़ खड़ा करते पर कप आरसीबी से हरबार दूर चला जाता रहा। लेकिन विराट की सेना ने 2025 में कुछ अगल अंदाज से मैदान में उतरी और आखिरकार 2025 का खिताब अपने नाम कर आईपीएल की ‘न्यू शंहशाह’ घोषित कर दिया।
क्रुणाल पंड्या ने झटके दो विकेट
18 साल के सूखे को खत्म करने में आरसीबी के कई खिलाड़ियों ने अपना अहम योगदान दिया। लेकिन हार्दिक के बड़े भाई क्रुणाल पंड्या, कुछ अलग मूड में नजर आए। लीग मैचों में बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग के जरिए आरसीबी को कई मैच तिजवाए। फाइनल मुकाबले में उनके बल्ले से ज्यादा रन तो नहीं निकले। लेकिन उन्होंने बॉलिंग से ऐसा कहर ढाया कि पंजाब उभर नहीं सकी। कुणाल ने चार ओवर में सिर्फ 17 रन देकर दो विकेट चटकाए। इसी के चलते पंजाब 191 रन के लक्ष्य को भेद नहीं पाई। क्रुणाल पंड्या मैदान पर चीते की तरफ फील्डिंग की। असंभव कैच को लेकर आरसीबी की जीत में आखिरी कील ठोकी। कुणाल क्रुणाल पंड्या आरसीबी से पहले लखनऊ के लिए खेलते थे। लेकिन इसबार लखनऊ ने उन्हें नहीं खरीदा।
क्रुणाल पंड्या साबित हुए ट्रंप कार्ड
आखिर में भारत के बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडरों में से एक क्रुणाल पंड्या रॉयस चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए ट्रंप कार्ड साबित हुए। मुंबई इंडियंस के साथ तीन-तीन ट्रॉफी जीतने वाले क्रुणाल पंड्या ने आईपीएल 2025 के ओपनिंग मैच में आरसीबी को जिताने में अहम रोल निभाया। आरसीबी ने 22 मार्च से शुरू हुए आईपीएल के मौजूदा सीजन के पहले मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स को सात विकेट से हराकर अपने अभियान का शानदार आगाज किया था। क्रुणाल पंड्या ने इस मैच में तीन विकेट लिए थे। ऑस्ट्रेलिया के अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज मैथ्यू हेडन का मानना है कि मेगा ऑक्शन में आरसीबी का क्रुणाल पंड्या को चुना जाना शानदार रहा। मैथ्यू हेडन ने कहा कि पंड्या की गेंद की गति बदलने और स्टंप्स पर हमला करने की क्षमता इस बाएं हाथ के स्पिनर के लिए काम आईं।
मुम्बई-लखनऊ से खेल चुके हैं क्रुणाल पंड्या
हार्दिक पंड्या को साइन करने के एक साल बाद मुंबई इंडियंस ने आईपीएल 2016 की नीलामी में उनके बड़े भाई क्रुणाल पंड्या को दो करोड़ रुपये में खरीदा था। स्पिन-बॉलिंग ऑलराउंडर क्रुणाल जल्द ही हार्दिक और कायरन पोलार्ड के साथ मुम्बई के मजबूत लोअर मिडिल ऑर्डर का अहम हिस्सा बन गए। क्रुणाल ने अपने पहले आईपीएल सीजन में 191.12 की स्ट्राइक रेट से 237 रन बनाए और छह विकेट लिए। आईपीएल 2017 के फाइनल में 38 गेंदों में 47 रन बनाकर प्लेयर ऑफ द मैच बने। 2018 में मुंबई ने उन्हें ऑक्शन में 8.80 करोड़ रुपये में वापस खरीदा। उन्होंने मुम्बई के मध्यक्रम में अपनी जगह बनाए रखी और 2019 और 2020 में लगातार खिताब जीते। 2020 में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ फाइनल में विजयी रन बनाए। क्रुणाल को 2022 की नीलामी में लखनऊ सुपर जायंट्स ने 8.25 करोड़ में खरीदा।
क्रुणाल पंड्या ने निभाया अहम रोल
क्रुणाल पंड्या, ने लखनऊ को उनके पहले दो सीजन में आईपीएल प्लेऑफ तक पहुँचाने में अपनी भूमिका निभाई। इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के मेगा ऑक्शन में स्पिन ऑलराउंडर क्रुणाल पंड्या को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम ने खरीदा था। आरसीबी की टीम ने ऑक्शन में क्रुणाल पंड्या पर 5.75 करोड़ की बोली लगाई। क्रुणाल पंड्या के लिए ऑक्शन में राजस्थान रॉयल्स की टीम ने भी जोर लगाया था, लेकिन आखिरी बोली में आरसीबी ने बाजी मार लिया। क्रुणाल पंड्या ने आरसीबी के लिए एक नारा भी बनाया था। जिसे ई साला कप नामदे नाम दिया था। नारा ई साला कप नामदू में बदल गया। ई साला कप नामदे का मतलब होता है इस साल कप हमारा होगा। ई साला कप नामदू का मतलब है इस साल कप हमारा है। कुणाल का ये नारा सुपरहिट रहा। क्रुणाल पंड्या हार्दिक के बड़े भाई हैं और वह टीम इंडिया के लिए भी खेलते हैं। दोनों भाईयों को टी-20 का बॉस कहा जाता है।