Difference between long and round bottle gourd: जब आप सब्जी की दुकान पर जाते हैं, तो अक्सर लौकी की दो अलग-अलग वैरायटी मिलती हैं।एक लंबी और एक गोल। ऐसे में मन में सवाल उठता है कि कौन सी लौकी खरीदी जाए? दोनों दिखने में तो अलग हैं ही, लेकिन स्वाद और सेहत के लिहाज से भी इनका फर्क होता है। तो आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से।
लंबी और गोल लौकी में क्या है अंतर?
सेहत के नजरिए से दोनों लौकियां अच्छी मानी जाती हैं। लेकिन गोल लौकी को देसी लौकी कहा जाता है और इसका स्वाद अक्सर बेहतर माना जाता है। गोल लौकी जल्दी गल जाती है और इसकी सब्जी नरम, स्वादिष्ट और घुली हुई बनती है। इसे “नरेंद्र माधुरी लौकी” भी कहा जाता है।
दूसरी तरफ लंबी लौकी की किस्म को “शिवानी माधुरी” कहते हैं। यह कई बार हाईब्रिड या केमिकल से तैयार की गई होती है, इसलिए इसमें नेचुरल स्वाद थोड़ा कम हो सकता है। लंबी लौकी पकने में थोड़ी सख्त हो सकती है और कभी-कभी अंदर से सूखी या खराब भी निकलती है। इसलिए जब भी बाजार में दोनों किस्में मिलें, तो गोल लौकी को प्राथमिकता देना बेहतर रहता है।
लौकी खरीदते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
gourdकी सतह चिकनी होनी चाहिए।
डंठल ताजा और हरा हो।
बहुत ज्यादा मुलायम या पिचकी हुई लौकी न लें।
हल्का दबाकर देख लें, अगर अंदर से सख्त लगे तो बेहतर है।
लौकी खाने के फायदे
लौकी सिर्फ स्वाद में ही नहीं, सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसमें पानी और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो पाचन के लिए अच्छी मानी जाती है। साथ ही इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं।
लौकी में पाए जाने वाले पोषक तत्व
विटामिन C, B, A और E
आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम
जिंक, फोलिक एसिड, कॉपर, सेलेनियम
कैल्शियम और फॉस्फोरस
लौकी वजन कम करने में मदद करती है, लिवर को हेल्दी रखती है और पेट साफ रखने में फायदेमंद है। गर्मियों में इसे खाने से शरीर में ठंडक बनी रहती है।