Kanpur News:: सोशल मीडिया पर कानपुर के किदवई नगर से भाजपा विधायक महेश त्रिवेदी का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में विधायक ने कमीशनखोरी और हिंदू सुरक्षा को लेकर विवादित बयान दिया है। कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विधायक निधि से उन्हें 10 प्रतिशत कमीशन मिलता है, लेकिन आम कार्यकर्ताओं को इसका कोई लाभ नहीं होता। विधायक ने कार्यकर्ताओं को पुण्य कमाने की सलाह देते हुए कहा कि भले ही आप लोगों को लाभ न मिले, लेकिन पुण्य कमाकर ऊपर जाएं। इसके अलावा उन्होंने हिंदुओं की तुलना जानवरों से करते हुए यह भी कहा कि हिंदू अपनी सुरक्षा में सक्रिय नहीं हैं, जबकि जानवर कम से कम बचाव में सींग लगाते हैं। महेश त्रिवेदी के इस बयान ने राजनीतिक और सोशल मीडिया में नई बहस को जन्म दे दिया है।
किदवई नगर से भाजपा विधायक महेश त्रिवेदी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। वीडियो में विधायक ने स्पष्ट रूप से स्वीकार किया कि उन्हें विधायक निधि से 10 प्रतिशत कमीशन मिलता है। उन्होंने कहा, “हमें तो ईमानदारी से 10 प्रतिशत मिलता है, लेकिन कार्यकर्ताओं को कोई फायदा नहीं होता। आप लोगों को क्या फायदा हो रहा है?” इस पर कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ता ताली बजाने लगे।
Kanpur विधायक ने आगे कहा कि यदि कार्यकर्ताओं को कुछ भी नहीं मिल रहा है, तो कम से कम पुण्य कमाकर ऊपर जाएं। यह बयान न केवल आम जनता बल्कि पार्टी के समर्थकों के बीच भी चर्चा का विषय बन गया।
Lucknow सीएम आवास के पास दर्दनाक घटनाः बुलंदशहर के अजय कुमार ने जहर खाया, इलाज के दौरान मौत
इसके बाद महेश त्रिवेदी ने एक और विवादित टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि हिंदुओं की तुलना जानवरों से करना सही होगा क्योंकि जानवर अपने बचाव के लिए सींग लगाते हैं, जबकि हिंदू ऐसा नहीं करते। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि हिंदुओं को अपनी सुरक्षा के लिए घर में तलवार रखनी चाहिए।
Kanpur विधायक महेश त्रिवेदी के इस बयान ने सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाओं को जन्म दिया है। कुछ लोग उनके बयान को सच मानकर समर्थन कर रहे हैं, जबकि कई लोग इसे आपत्तिजनक और विवादास्पद बता रहे हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मची हुई है।
कुल मिलाकर महेश त्रिवेदी का यह बयान न केवल भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा का विषय बना है, बल्कि पूरे राजनीतिक परिदृश्य में सोशल मीडिया पर बहस का केंद्र बन चुका है। इस बयान ने उनके राजनीतिक करियर और पार्टी छवि दोनों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।