PM Modi in Saharanpur: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सहारनपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों में दंगे होते थे, लेकिन जबसे बीजेपी की सरकार आई, प्रदेश दंगा मुक्त हो गया है. इसलिए सूबे को दंगामुक्त रखने वालों को वोट दें. राज्य के लिए बीजेपी बहुत जरूरी है. पीएम मोदी ने कहा कि मैं यहां से प्रथम चरण के मतदाताओं से क्षमा चाहता हूं. मेरा ये फर्ज था कि चुनाव घोषित होने के बाद उनके बीच जाऊं, लेकिन मैं नहीं जा पाया, क्योंकि चुनाव आयोग ने कुछ मर्यादाएं रखी थीं. लेकिन वर्चुअल समिट में उनसे मिल लिया था।
जो बहन-बेटियों को भय मुक्त रखेगा, उसे ही वोट दें- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ”घोर परिवारवादी लोग सरकार में होते तो वैक्सीन शायद रास्ते में ही कहीं बिक जाती और आप कोरोना के भय से आतंकित होकर जीवन-मृत्यु की लड़ाई लड़ने के लिए मजबूर हो जाते.” उन्होंने कहा, ”जो हमारी बहन-बेटियों को भय मुक्त रखेगा, हम उसे ही वोट देंगे. जो अपराधियों को जेल भेजेगा, हम उसे ही वोट देंगे।
गन्ना किसानों को पहले के मुकाबले कई ज्यादा का भुगतान किया- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने आगे कहा, ”योगी जी की सरकार यूपी के अलग-अलग जिलों को अच्छी सड़कों से जोड़ रही है, कनेक्टिविटी बढ़ा रही है. गंगा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे, दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे, दिल्ली-सहारनपुर फोरलेन, सहारनपुर एयरपोर्ट. यूपी में इतनी तेजी से इतने बड़े-बड़े काम पहले कभी नहीं हुए.” उन्होंने कहा, ”भाजपा सरकार का ये इतिहास है, ये परंपरा है कि भाजपा सरकार जो संकल्प लेती है उसे पूरा करके दिखाती है. ये हमारी ही सरकार है, जिसने गन्ना किसानों को पहले के मुकाबले कई ज्यादा का भुगतान किया है।
गन्ना किसान को परेशानी नहीं होने देंगे- पीएम मोदी
किसानों को लेकर पीएम मोदी ने कहा, ”दुनिया के बाजार में चीनी की पैदावार बढ़ जाए, तो भी भारत मे चीनी कारखाने चीनी की पैदावार से डरते हैं, कारखाने बंद करते हैं, गन्ना किसान को परेशानी होती है. हम गन्ना किसानों को एक और परेशानी से मुक्ति दिलाने का स्थायी उपाय भी कर रहे हैं. हमारे गन्ना किसानों के सामने एक ऐसी समस्या होती है कि चीनी की कीमतें कम हो, या फिर चीनी मिलें बन्द हो तो गन्ना किसान परेशान हो जाता है. गन्ना किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए अब गन्ने से सिर्फ चीनी बनें ऐसा ही नहीं बल्कि अब गन्ने से जब जरूरत पड़ेगी, तब चीनी बनाएंगे. जब जरूरत पड़ेगी तब इथेनॉल बनाएंगे, लेकिन गन्ना किसान को परेशानी नहीं होने देंगे।