New Delhi: ऑनलाइन लर्निंग सर्विसेज फर्म बायजूस (Byju’s) धीरे-धीरे अपने कर्मचारियों की छटनी कर रही है। इसी क्रम में बायजूस ने हाल ही में अपने 600 कर्मचारियों को निकाल दिया है।
कंपनी ने Toppr लर्निंग प्लेटफॉर्म से 300 कर्मचारियों और बच्चों को कोडिंग सिखाने वाली स्टार्टअप कंपनी वाइटहैट जूनियर (WhiteHat Jr) से 300 कर्मचारियों की छुट्टी कर दी है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने Toppr से 300 लोगों को निकाले जाने की पुष्टि की है। बायजूस ने पिछले साल ही 15 करोड़ डॉलर में Toppr को खरीदा था। कंपनी का कहना है कि उसने Toppr के इंटिग्रेशन की प्रक्रिया पूरी कर ली है और उसके करीब 80 फीसदी कर्मचारियों को रिटेन किया है। अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद Toppr के सेल्स और मार्केटिंग डिवीजन के कर्मचारियों को रिटेन किया गया है जबकि बाकी कर्मचारियों की छटनी कर दी गई है।
इससे पहले भी वाइटहैट जूनियर (WhiteHat Jr) ने करीब 300 फुल टाइम कर्मचारियों को निकाल दिया था।
देश की एडटेक कंपनियां (Edtech Companies) लगातार अपनी लागत को कम करने के मकसद से कर्मचारियों की छटनी कर खर्च घटा रही है। इसी कड़ी में साल करीब 5000 कर्मचारियों की छटनी कर चुकी हैं। बायजूस ने अगस्त 2020 में वाइटहैट जूनियर को 30 करोड़ डॉलर में खरीदा था। निकाले गए कर्मचारियों में से ज्यादा कोड टीचिंग और सेल्स टीम के हैं। इनमें से 80 कर्मचारी, कंपनी के ब्राजील ऑफिस में काम कर रहे थे। बायजू ने पिछले साल ही अप्रैल में ब्राजील में कदम रखा था।
क्यों हो रही है छटनी
Byju’s के प्रवक्ता के मुताबिक वाइटहैट जूनियर को फोकस छात्रों को क्वालिटी एजुकेशन देने के साथ-साथ मजबूत बिजनस बनाने पर भी है। हम इसी के मुताबिक अपनी रणनीति तैयार कर रहे हैं। कंपनी का कहना है कि निकाले गए कर्मचारियों की एक महीने की सैलरी दे दी गई है। मिनिस्ट्री ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स को दी गई जानकारी के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी को 1690 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 483.9 करोड़ रुपये रहा जबकि कुल खर्च बढ़कर 2175.2 करोड़ रुपये पहुंच गया।
एक रिपोर्ट के मुताबिक बायजूस ने आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड की पेमेंट में देरी की है। Byju’s ने पिछले साल अप्रैल में इसे 95 करोड़ डॉलर में खरीदा था। पिछले कुछ महीनों में Unacademy Group, Lido Learning, Vedantu समेत कई एडटेक कंपनियों ने बड़े पैमाने पर अपने कर्मचारियों की छटनी (Downsizing Employees) की है। मई में एडटेक यूनिकॉर्न वेदांतू (Vedantu) ने 624 कर्मचारियों को निकाला था। इसी तरह FrontRow ने भी 145 कर्मचारियों को हटा दिया था जो उसके कुल वर्कफोर्स का करीब 30 फीसदी है।