संत अमोघ लीला दास को स्वामी विवेकानंद पर टिप्पणी करना भारी पड़ गया। बीते दिन शनिवार को संत अमोघ लीला दास ने माफी मांगी। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के मछली खाने को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया था। अब उन्होंने एक वीडियो शेयर कर अपने इस बयान के लिए माफी मांगी है। उन्होंने वीडियो में कहा कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को आहात करना नहीं था।
स्वामी विवेकानंद के गुरु रामकृष्ण परमहंस को लेकर भी दिया था बयान
संत अमोघ लीला दास ने स्वामी विवेकानंद के गुरु रामकृष्ण परमहंस को लेकर भी बयान दिया था, जिसके लिए भी उन्होंने माफी मांगी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि जिन लोगों और संतो को मेरी इन बातों से दुख पहुंचा है उसने लिए मैं मांफी मांगता हूं। संत अमोघ इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ कृष्णा कॉन्शियसनेस से जुड़े थे, लेकिन उनके इस बयान के बाद इस्कॉन ने उन्हें बैन कर दिया था।
माफी मांगते हुए क्या बोले अमोघ लीला दास
वीडियो में उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि वह किसी को भी दुखी नहीं करना चाहते थे और न ही बुरा महसूस करवाना चाहते थे। उन्होंने यह भी कहा कि एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह बात की थी। साथ ही उन्होंने कहा कि वह इस वीडियो के जरिए सभी लोगों और संतो से माफी मांगना चाहते हैं। उन्होंने ये भी बताया कि जिन्हें उनकी बात से ठेस पहुंची है उसके लिए वह क्षमा मांगना चाहते हैं।
बयान के बाद मचा बवाल
आपको बता संत अमोघ लीला दास के इस बयान के बाद बवाल मच गया। इसके बाद इस्कॉन ने भी अमोघ के बयान से दूरी बनानी शुरु कर दी थी और उन्होंने कहा कि वह इसके शिक्षा और मूल्यों को नहीं दिखाते हैं। साथ ही अमोघ के बयान की निंदा भी की।
स्वामी विवेक आनंद पर क्या टिप्पणी की थी?
अमोघ लीला दास अपने एक प्रवचन में स्वामी विवेकानंद के मछली खाने पर सवाल उठाते नजर आए थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि क्या कोई सदाचारी मछली खाएगा। मछली को पीड़ा होती है, ठीक? कोई सदाचारी मछली खाएगा? इसके साथ ही उन्होंने स्वामी विवेकानंद के गुरु रामकृष्ण परमहंस को लेकर भी आपत्तिजनक बयान दिया था।
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