देश में मॉनसून की बारिश तबाही मचा रही है। दिल्ली हो या फिर मुंबई सभी इसकी चपेट में हैं। दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर जो घटने लगा था वो एक बार फिर से बढ़ने लगा है। दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर सुबह 7 बजे खतरे के निशान के ऊपर यानी 205.81 मीटर था। आपको बता दें कि यमुना नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। हथिनीकुंड बैराज से 2 लाख क्यूसके से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी में वाटर लेवल खतरे के निशान के ऊपर जा सकता है। इसे देखते हुए दिल्ली सरकार हाई अलर्ट पर है। अगर नदी का जलस्तर 206.7 तक बढ़ गया तो यमुना खादर में बाढ़ आ सकती है। राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग के ताजा अपडेट के मुताबिक, संभावना है कि कल शाम तक यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर सकती है। ऐसी स्थिति में उत्पन्न संभावित जोखिमों और चुनौतियों से निपटने के लिेए सीएम अरविंद केजरीवाल एवं पूरी सरकार घटनाक्रम की बारिकी से निगरानी कर रही है।
यमुना खादर के कुछ हिस्सों में बाढ़ आने की संभावना
इसके अलावा मंत्री आतिशी ने कहा कि अगर जलस्तर 206.7 तक बढ़ जाता है तो यमुना खादर के कुछ हिस्सों में बाढ़ आने की ज्यादा संभावना है। सरकार इन संवेदनशील क्षेत्रों में तत्काल निकासी करने के लिए पूरी तरह तैयार है। लेकिन आपको बता दें कि इसको लेकर दिल्ली सरकार कितनी तैयर है। प्रभावित निवासियों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए राह शिविरों का गहन निरीक्षण किया गया है और बड़े पैमाने पर तैयारी की गई है। आतिशी ने आश्वासन दिया है कि निकाले गए लोगों को सम्मानजनक तरीके से ठहराने और समर्थन देने के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई हैं। मंत्री ने आगे कहा कि राजस्व विभाग ने स्थिति से प्रभावी निवासियों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए राहत शिविरों का गहन निरीक्षण किया गया है और बड़ पैमाने पर तैयारी की गई है। आतिशी ने आश्वासन दिया कि निकाले गए लोगों को सम्मानजनक तरीके से ठहराने और समर्तन देने के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई है। मंत्री ने आगे ककहा कि राजस्व विभाग ने स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए व्यापक उपाय किए हैं।
कोई भी क्षेत्र हो हमने आने वाली किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पर्याप्त तैयारी की है।
आतिशी ने दिल्ली कि जनता से की अपील
वहीं आतिशी ने कहा कि दिल्ली सरकार जनता से अपील करती है कि इस महत्वपूर्ण समय में सतर्क रहें और अधिकारियों के साथ सहयोग करें। निवासियों को उभरती स्थिति के बारे में सूचित रखने के लिए नियमित रूप से अपडेट और सलाह प्रदान की जाएगी। बता दें कि केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों के अनुसार, यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज में जल प्रवाह की दर सुबह 10 बजे से शाम चार बजे के बीच दो लाख से 2.5 लाख क्यूसेक के बीच रही।