असम के कछार जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक गैर सरकारी मदरसे में 14 वर्षीय नाबालिग छात्र को कथित रूप से प्रताड़ित करने और कथित तौर पर छात्रों को नस्लवाद सिखाने का मामला सामने आया है। बता दें कि कछार जिले के सोनाई सर्कल के स्वाधीन बाजार इलाके में स्थित एक गैर सरकारी मदरसे के खिलाफ पीड़ित छात्र के परिवार के सदस्यों द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है। जिसके बाद कछार जिला पुलिस ने दो इस्लामिक धर्मगुरुओं को गिरफ्तार किया है।
14 वर्षीय नाबालिग छात्र को किया प्रताड़ित
पीड़ित छात्र के परिवार द्वारा आरोप लगाया है कि मदरसे में 14 वर्षीय नाबालिग छात्र को कथित तौर पर प्रताड़ित करने, छात्रों को नस्लवाद सिखाने, और जिहादी गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप लगाया गया है। वहीं गिरफ्तार शिक्षकों की पहचान अबुल हुसैन उर्फ अबुल और मो दिलवर हुसैन मजूमदार के रूप में हुई है। सोनाई थाने में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कछार जिले के पुलिस अधीक्षक नुमला महट्टा ने बताया कि “11 नवंबर को साहब उद्दीन खा नाम के व्यक्ति ने सोनाई थाने में शिकायत दर्ज कराई और कहा कि उनके बेटे का दाखिला स्वाधीन बाजार इस्लामिया मदरसा और यतीम खाना में कराया गया था। शिकायत मे व्यक्ति ने कहा कि उसके बेटे को शारीरीक और मानसिक रुप से प्रताड़ित किया गया है।
शिक्षक अबुल हुसैन जिहाद पर देते थे लेक्चर
वहीं पुलिस अधीक्षक नुमला महट्टा का कहना है कि वो मामले की जांच कर रहें है और व्यक्तिगत रुप से इस मामले की निगरान की जा रही है। एसपी ने आगे कहा, ‘प्रारंभिक जांच के दौरान, हमने पाया कि उन्होंने छात्र को एक कमरे में बंद करके शारीरीक और मानसिक रुप से प्रताड़ित किया। साथ ही मदरसे के प्रधान शिक्षक अबुल हुसैन रात में मदरसे के छात्रों को अपने आवास पर बुलाते थे और उन्हें जिहाद पर लेक्चर देते थे।