बलिया के नगरा थाना क्षेत्र के पालचंद्रहा से करीब डेढ़ साल पहले हुई चोरी में बुलेट को नगरा पुलिस नरही थाने से लाई है. इस मामले में नरही थाने के आरक्षक अमरेंद्र राय को एसपी ने सस्पेंड कर दिया है. दरअसल, चार दिन पहले तिरंगा यात्रा के दिन उस बुलेट से घूमने वाले इंस्पेक्टर के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है.
इसके पहले ही इंस्पेक्टर दूसरे मामले में निलंबित हैं. 18 महीने पहले चोरी हुई बुलेट पुलिस तक कैसे पहुंची, अगर सही तरीके से जांच की जाए तो कई राज सामने आ सकते हैं. नगरा थाना क्षेत्र के पाल चंद्रहा निवासी सपा नेता व शिक्षक ओम प्रकाश यादव की बुलेट बाइक गणतंत्र दिवस 2021 की रात दरवाजे से चोरी हो गयी थी.
हालांकि, पुलिस पहले मामला दर्ज नहीं कर रही थी लेकिन आला पुलिस अधिकारियों के दबाव में मामला तो दर्ज कर लिया गया लेकिन मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. अपनी बाइक चोरी का पता लगाने के लिए सपा नेता डेढ़ साल से लगे हुए थे. अगस्त में पता चला कि चोरी की गई बुलेट बाइक नरही थाने के एक सिपाही के पास है.
सपा नेता ने नरही थाने जाकर गुपचुप तरीके से बाइक की शिनाख्त की. इसकी नरही पुलिस को भनक तक नहीं लगी. तब सपा नेता ने घटना की सूचना नागरा पुलिस को दी. सपा नेता जब नगरा पुलिस के साथ नरही थाने गए तो पुलिस चोरी की बाइक को कब्जे में लेकर नगरा थाने ले आई.
इतनी ही नहीं, बाइक का नंबर मिटाने के बाद नरही थाने के सिपाही ने बाइक के आगे पीछे पुलिस लिखकर अंधाधुंध तरीके से इलाके में घूम रहा था. अपर पुलिस अधीक्षक (बलिया) डीपी तिवारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.