जोशीमठ में बड़ी दरारें वाले मकानों में रह रहे 13 और परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। चमोली जिला प्रशासन के मुचाबिक अब 68 परिवार अस्थायी राहत केंद्रों में रह रहे हैं।प्रशासन ने कहा कि लोग जल्द ही रिलीफ कैंपों में जाएं।
धंसाव क्षेत्र घोषित किए जाने के बाद राहत और बचाव के प्रयास जारी
उत्तराखंड के जोशीमठ को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां भूस्खलन और धंसाव क्षेत्र घोषित किए जाने के बाद राहत और बचाव के प्रयास तेज किए जाने के बीच केंद्र ने रविवार को कहा कि तात्कालिक प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा है। विशेषज्ञों से संरक्षण और पुनर्वास के लिए लघु और दीर्घकालीन योजनाएं तैयार करने को कहा गया है।उत्तराखंड के मुख्य सचिव सुखबीर सिंह संधू ने जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए रविवार को जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार और मुख्यमंत्री की सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम के साथ संधू ने जमीन धंसने से बुरी तरह प्रभावित मनोहर बाग,सिंगधार और मारवाड़ी इलाकों का निरीक्षण किया।
लोगों को बांटी जा रही राहत सामग्री
बताते चलें कि चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने बताया कि , “जोशीमठ को आपदा संभावित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। जल शक्ति मंत्रालय की एक टीम सहित केंद्र सरकार की दो टीमें यहां पहुंचेंगी। जोशीमठ और उसके आसपास के इलाकों में निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई है।
सीएम धामी करेंगे हाई लेवल मीटिंग
जोशीमठ को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज हाईलेवल मीटिंग बुलाई है। चमोली के जिलाधिकारी और गढ़वाल के कमिश्नर भी इस मीटिंग में शामिल होंगे। साथ ही राज्य और आपदा प्रबंधन विभाग के बड़े अधिकारी भी मीटिंग में शामिल होंगे। इस मीटिंग में हालातों से निपटने पर चर्चा की जाएगी।
आपदा प्रभावित क्षेत्र 603 घरों में दरारें आई
उत्तराखंड के जोशीमठ को सोमवार को सरकार ने आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया है। जोशीमठ और आसपास के इलाकों में कंस्ट्रक्शन बैन कर दिया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने रविवार को जोशीमठ को लेकर एक हाईलेवल मीटिंग की। केंद्र ने तुरंत लोगों को शिफ्ट करने का एक्शन प्लान तैयार किया।यहां 603 घरों में दरारें आई हैं। ज्यादातर लोग डर के चलते घर के बाहर ही रह रहे हैं। किराएदार भी लैंड स्लाइड के डर से घर छोड़कर चले गए हैं। अभी तक 70 परिवारों को वहां से हटाया गया है। बाकियों को हटाने का काम जारी है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे रिलीफ कैंप में चले जाएं।
PMO में जोशीमठ को लेकर हाई लेवल मीटिंग
रविवार को पीएमओ में जोशीमठ को लेकर हाई लेवल मीटिंग हुई।जिसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने इस मीटिंग की अध्यक्षता की। बता दें कि इस मीटिंग में उत्तराखंड के बड़े अधिकारी भी शामिल हुए थे। अधिकारियों ने बताया कि जोशीमठ में एनडीआरएफ की एक और एसडीआरएफ की चार टीमें मौजूद कि गई हैं। इसके साथ ही सीमा प्रबंधन सचिव, एनडीएमए के सदस्य स्थिति का जायजा लेने के लिए सोमवार को उत्तराखंड जाएंगे।”