Bihar politics: बिहार में नई NDA सरकार के गठन के बाद लालू प्रसाद यादव के परिवार को लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पहले पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को उनका सरकारी आवास खाली करने का नोटिस मिला, और अब बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को भी अपना आवास छोड़ना होगा। यह घटनाक्रम राजनीतिक गलियारों में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है।
चुनाव हारने के बाद तेज प्रताप को भी खाली करना पड़ेगा बंगला
तेज प्रताप यादव इस बार हसनपुर के बजाय महुआ सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन NDA की मजबूत लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। विधायक नहीं रहने के कारण अब उनका सरकारी आवास भी बदल दिया गया है। उन्हें 26-M स्ट्रैंड रोड का जो बंगला मिला हुआ था, वह अब नए मंत्री लखिन्दर कुमार रौशन को आवंटित कर दिया गया है। भवन निर्माण विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है, जिससे तेज प्रताप को अब यह बंगला छोड़ना पड़ेगा।
राबड़ी देवी को भी बदलना होगा घर
राबड़ी देवी 2005 से 10 सर्कुलर रोड स्थित पूर्व मुख्यमंत्री वाले आवास में रह रही थीं। अब वे विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हैं, इसलिए नियमों के अनुसार उनका आवास बदल दिया गया है। उन्हें हार्डिंग रोड स्थित केंद्रीय पूल आवास में मकान नंबर-39 दिया गया है। यह घर भी VIP इलाके में है और सुरक्षा व्यवस्थाएं भी उपलब्ध हैं, लेकिन उन्हें वर्षों पुराना बड़ा बंगला छोड़कर यहां शिफ्ट होना होगा। 25 नवंबर को भवन निर्माण विभाग ने नए मंत्रियों और नेता प्रतिपक्ष के लिए नए आवासों की सूची जारी कर दी।
नए मंत्रियों को आवंटित किए गए आधुनिक सरकारी घर
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को 5 देशरत्न मार्ग का हाई-सिक्योरिटी आवास दिया गया है। वहीं, दूसरे उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा को 3 स्ट्रैंड रोड का बंगला मिला है। अन्य मंत्रियों को भी स्ट्रैंड रोड, हार्डिंग रोड, डाकबंगला और सचिवालय क्षेत्र में शानदार सरकारी घर दिए गए हैं।
राजद का आरोप – बदले की राजनीति कर रही NDA सरकार
राजद के प्रवक्ता एजाज अहमद ने बयान जारी कर कहा कि सरकार बदले की भावना से काम कर रही है और भाजपा का दबदबा साफ दिख रहा है। उनके अनुसार, राबड़ी देवी को 10 सर्कुलर रोड का बंगला खाली करवाना इसका स्पष्ट प्रमाण है।
राजद प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल ने भी कहा कि यह सिर्फ घर बदलने का मुद्दा नहीं है, बल्कि सम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश है।
लालू परिवार की ओर से सीमित प्रतिक्रिया
फिलहाल लालू परिवार की तरफ से इस मामले पर सिर्फ रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी है। राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
