नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में अब गिनती के दिन रह गए हैं। लेकिन चुनावी बिगुल पहले ही फुका जा चुका है। अब गेंद जनता के पाले में हैं जहां उसे तय करनी है कि इस बार केंद्र में किसकी सरकार चाहती हैं। लेकिन इसके विपरीत राजनीतिक पार्टीयां अपने अपने तरफ से चुनावी प्रचार के दौरान खुद को बेहतरीन बताने में लगी हुई हैं। लेकिन कौन बेहतर हैं इसके नतीजे 4 जून को आयेंगे। लेकिन चुनावी नतीजों के सर्वे में इस बार बीजेपी की सरकार बनती दिख रही हैं। अगर आंकड़ों की बात करें तो 44 फीसदी लोग चाहते हैं कि यह सरकार दोबारा फिर से चुनी जाए लेकिन 39% नहीं चाहते कि यह सरकार दोबारा चुनी जाए। इसके पीछे लोगों के अपने तर्क हैं लेकिन सबसे बड़ी चीज है कि लोग NDA Government के काम से कितने खुश हैं।
39% लोगों का मानना है कि NDA Government बदलनी चाहिए
NDA Government जहां इस चुनाव में एक तरफ अपने 400 पार के नारे के साथ अपनी सरकार बचाने उतरी है, वही विपक्ष मौजूदा सरकार को हटाने के लिए लोकतंत्र बचाओ, संविधान बचाओ आदि नारों के साथ लोकसभा में उतरी हैं। लेकिन जनता की बात करें तो जनता दोनों पार्टी की महत्वाकांक्षा से दूर अपने लिए विकास की सरकार बनानी चाहेगी। लेकिन बीजेपी के 400 पार के नारे को सही करने के लिए सिर्फ आरोपों से काम नही चलने वाला। इसलिए उन मुद्दों का जिक्र जरूरी हो जाता हैं, कि सरकार ने पिछले 10 सालों में ऐसे कितने और कौन से काम किए जिसके आधार पर जनता एनडीए के 400 पार के सपने को हकीकत में बदल दे। एनडीए के अच्छे कामों के लिए 44 % लोग चाहते हैं कि मोदी सरकार फिर से सत्ता में आए जबकि 39% लोगों का मानना है कि इस बार सरकार बदलनी चाहिए।
रोजगार और बेरोजगारी के मुद्दे पर NDA Government से नाराजगी
NDA Government के ऐसी अच्छे कामों को लेकर अलग अलग हुए सर्वे में मिले परिणाम के अनुसार 23 फीसदी लोगों ने माना कि एनडीए ने सबसे अच्छा काम राम मंदिर का निर्माण करके किया। जबकि देश में रोजगार के मुद्दे पर 9% और गरीबी हटाने के मुद्दे पर 8 % लोग मोदी सरकार को पसंद करते हैं। जबकि शेष अन्य लोग एनडीए सरकार की अन्य कामों को पसंद करते हैं इसलिए वो चाहते हैं कि देश में एनडीए की फिर से सरकार बने। लेकिन देश का एक बड़ा तबका मोदी सरकार से रोजगार और बेरोजगारी के मुद्दे पर नाराज है। सर्वे में आयी रिपोर्ट्स की माने तो 24 % लोग बेरोजगारी, 24 % महंगाई, 10 फीसदी लोगों देश में गरीबी के कारण सरकार से नाराज हैं। एनडीए सरकार के दोबारा ना चुने जाने के पीछे 11 % लोगों ने घटती आय को लेकर दोबारा सरकार ना चुनने की इच्छा जताई।