Gold Rate Today : कुछ दिनों को छोड़कर बीते समय में सोने और चांदी की कीमतों में लगातार वृद्धि देखी गई है, लेकिन बीच-बीच में कुछेक दिन ऐसे भी आए हैं जब बाजार में गिरावट दर्ज की गई। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के अनुसार मंगलवार सुबह तक 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने का भाव घटकर ₹1,09,511 प्रति 10 ग्राम हो गया है।
वहीं, चांदी की कीमत में भी गिरावट आई है और यह ₹1,27,791 प्रति किलो पर पहुंच गई है। IBJA द्वारा जारी किए गए ताज़ा आंकड़ों में 24 कैरेट, 23 कैरेट, 22 कैरेट, 18 कैरेट और 14 कैरेट सोने के वर्तमान बाजार भाव शामिल हैं, जिनसे आम उपभोक्ताओं और निवेशकों को काफ़ी हद तक दिशा मिलती है।
पिछले दिन के दामों पर नज़र
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, सोमवार को दिल्ली के स्थानीय बाजार में चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा गया। वैश्विक संकेतों के चलते इसकी कीमत ₹300 की बढ़त के साथ ₹1,32,300 प्रति किलो पर पहुंच गई — जो अब तक का सर्वाधिक स्तर है। इसके उलट, सोने में गिरावट दर्ज की गई। 99.9% शुद्धता वाले सोने की कीमत सोमवार को ₹500 घटकर ₹1,13,300 प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) रह गई। इससे पहले शुक्रवार को यह सोना ₹700 की तेज़ बढ़त के साथ ₹1,13,800 प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंचा था।
वहीं, 99.5% शुद्धता वाला सोना भी ₹500 सस्ता होकर ₹1,12,800 प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में यह ₹1,13,300 पर बंद हुआ था। चांदी ने हालांकि मजबूती दिखाई और शुक्रवार की तुलना में ₹300 की तेजी के साथ ₹1,32,300 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। साल 2024 के शुरुआती स्तर से तुलना करें तो चांदी की कीमतों में ₹42,600 प्रति किलो यानी लगभग 47.5% की वृद्धि दर्ज की जा चुकी है। वैश्विक बाजारों में हाजिर सोना मामूली बढ़त के साथ $3,645.12 प्रति औंस, जबकि चांदी $42.20 प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।
विशेषज्ञों की राय: क्या कहता है बाजार का मिज़ाज?
सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि चांदी की कीमतों में निरंतर बढ़त इस बात की ओर इशारा करती है कि निवेशकों की इसमें रुचि लगातार बढ़ रही है। इसके साथ-साथ, औद्योगिक क्षेत्र से जुड़ी मांग को लेकर भी बाजार में सकारात्मक सोच बनी हुई है। साथ ही, अमेरिका के कमजोर होते श्रम बाजार के चलते उम्मीद की जा रही है कि वहां की मौद्रिक नीति को नरम बनाए रखने की दिशा में कदम उठाए जा सकते हैं, जो निवेशकों को और आकर्षित करता है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ कमोडिटी विश्लेषक सौमिल गांधी के अनुसार, सोमवार को सोने की कीमतों में गिरावट इसलिए आई क्योंकि निवेशक फेडरल रिजर्व की आगामी बैठक से पहले सतर्क हो गए और नई खरीद से बचते रहे।
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यह दो दिवसीय बैठक 16 से 17 सितंबर के बीच होगी, जिसमें ब्याज दरों और मौद्रिक नीति को लेकर अहम फैसले लिए जा सकते हैं। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विश्लेषक मानव मोदी ने भी बाज़ार की दिशा पर अपनी राय रखते हुए कहा कि पश्चिम एशिया में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और पूर्वी यूरोप में नाटो की सक्रिय भूमिका से सोने को एक प्रकार का जोखिम प्रीमियम मिला है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस सप्ताह बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक ऑफ जापान की बैठकों के साथ-साथ, अमेरिका के खुदरा बिक्री और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों पर भी बाज़ार की नजर बनी रहेगी। ये सभी कारक आने वाले समय में सर्राफा बाजार की दिशा तय करने में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।