मणिपुर की भड़क रही हिंसा के बीच ऐसी जानकारी सामने आई है जो मणिपुर की जनता को हैरान कर देने वाली है। बताया जा रहा है कि राज्य के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह आज राज्यपाल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा दे सकते है। एक ओर मणिपुर में हिंसा की आग भड़क रही है। इसी कड़ी में दो लोगों की मौत हो गई है। उम्मीद जताई जा रही है कि वो आज राज्यपाल से मुलाकात कर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं।
एन बीरेन सिंह के इस्तीफा देने की अटकलों के बीच इंफाल में उनके आवास के पास सैकड़ों महिलाओं की जमा होने की खबर सामने आई है। कहा जा रहा है कि इनकी मांग है कि ये मुख्यमंत्री को इस्तीफा नहीं देने देंगे। पिछले दो हफ्तों से राज्य में थोड़ी शांति का माहौल था। लेकिन सुबह-सुबह दो लोगों की मौतों के बाद इंफाल में तनाव बढ़ता नजर आया।
क्यों हुई मणिपुर में हिंसा?
मणिपुर में हिंसा शुरु हुई 3 मई से, जब मैतई समाज और कुकी समुदाय के बीच विवाद हो गया। ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर (ATSUM) द्वारा ‘आदिवासी एकता मार्च’ निकाला गया। इसी रैली में आदिवासियों और गैर-आदिवासियों के बीच हिंसा हो गई। शाम तक हालात बद से बद्दतर हो गए और राज्य सरकार ने केंद्र से मदद मांगी। आपको बता दें, रैली मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग के खिलाफ निकाली गई थी।
मैतई समुदाय लंबे समय से एसटी के दर्जे की मांग कर रहे हैं। इसके बाद मणिपुर हाइकोर्ट ने राज्य सरकार को मैतेई समुदाय को जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग पर विचार करने को कहा, इसके लिए अदालत ने चार हफ्ते का समय दिया। इसके बाद नागा और कुकी समाज भड़क गए।