ख़बर गाजीपुर से है। जहां सांसद अफजाल अंसारी के ऊपर गाजीपुर की गैंगेस्टर कोर्ट ने आज एक अपराधिक आरोप तय कर दिया है । यह मामला वर्ष 2005 का है जब मोहम्दाबाद के तत्कालीन बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय समेत सात लोगों की हत्या बसनियाँ चट्टी पर कर दी गई थी। इस मामले में अफजाल अंसारी और मुख्तार अंसारी समेत आधा दर्जन लोग आरोपित किए गए थे। इस मुकदमे में मुख्तार अंसारी और अफजाल अंसारी पहले से ही जेल में बंद थे, लिहाजा उनके खिलाफ 120 बी के तहत आरोप तय किए गए थे, लेकिन 2019 में लोअर कोर्ट से गवाहों के कोर्ट में मुकर जाने के बाद इस मुकदमे से अफजाल अंसारी और मुख्तार अंसारी समेत सभी बरी कर दिया था। लेकिन 2007 से यह मुकदमा गाजीपुर की गैंगस्टर कोर्ट में अलग से विचाराधीन था। इस मुकदमे में अलग से सुनवाई होनी थी, जिसका ट्रायल भी अलग से हो रहा था।
पिछले माह सितंबर में अफजाल अंसारी को कोर्ट ने नोटिस भेजकर गैंगेस्टर कोर्ट में तलब किया गया था तथा न्यायाधीश ने आज शुक्रवार को सुनवाई के बाद आरोप तय कर दिया है। इस मामले में स्वयं गाज़ीपुर के सांसद अफजाल अंसारी उपस्थित हुए और अपनी दलील दी, लेकिन कोर्ट के फैसले के बाद जब वह बाहर निकले तो उन्होंने पत्रकारों से बताया कि इस मामले में मुझे 2019 में बरी कर दिया गया था लेकिन यह एक अलग कोर्ट है और यहां अलग सुनवाई होनी थी। उन्होंने जब मुझे नोटिस दिया था तो मैं उच्च न्यायालय गया था लेकिन वहां से स्टे ना मिलने से आज पुनः कोर्ट में तारीख थी, इसलिए आया हू, और आज कोर्ट ने आरोप तय किए हैं और इसका मुकदमा और इसकी विवेचना में मैं पूरा सहयोग दूंगा।
वही गैंगेस्टर कोर्ट के एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव ने भी कोर्ट की कार्रवाई में सांसद पर आरोप तय होने की पुष्टि की और बताया कि बीते सितंबर माह में अफजाल अंसारी को इस मामले में नोटिस देकर तलब किया गया था तथा इन को अपना पक्ष रखने का भी मौका दिया गया था और आज नियत तिथि पर अफजाल अंसारी स्वयं उपस्थित थे, और कोर्ट ने इस मामले में अपराधिक आरोप तय कर दिए हैं और अगली सुनवाई 13 अक्टूबर को होगी।