Khel Ratna Award 2024 : भारत सरकार ने 4 प्रमुख खिलाड़ियों को खेल रत्न पुरस्कार देने का ऐलान किया है, जिनमें मनु भाकर और डी गुकेश शामिल हैं। इसके साथ ही, 32 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। खेल रत्न पुरस्कार पाने वालों में मनु और गुकेश के अलावा, हॉकी खिलाड़ी हरमनप्रीत सिंह और पैरा एथलीट प्रवीण कुमार का नाम भी शामिल है।
युवा मामले और खेल मंत्रालय ने आज (2 जनवरी) राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 की घोषणा की। पुरस्कार विजेताओं को 17 जनवरी 2025 (शुक्रवार) को सुबह 11 बजे राष्ट्रपति भवन में एक विशेष समारोह के दौरान भारत के राष्ट्रपति द्वारा यह पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। सरकार ने समिति की सिफारिशों और जांच के आधार पर इन पुरस्कारों के लिए खिलाड़ियों, कोचों, विश्वविद्यालयों और संस्थाओं को चयनित किया है।
इस बार के राष्ट्रीय खेल पुरस्कार में क्रिकेट से जुड़े किसी भी खिलाड़ी को सम्मानित नहीं किया गया, जो कि एक हैरान करने वाली बात रही। न केवल खेल रत्न पुरस्कार, बल्कि ध्यानचंद खेल रत्न श्रेणी में भी क्रिकेट का कोई खिलाड़ी शामिल नहीं था। इसके अलावा, कोच की श्रेणी में भी क्रिकेट से किसी व्यक्ति का नाम नहीं था।
ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार 2024 के विजेता
इस साल ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार में चार प्रमुख खिलाड़ियों को चुना गया, जो अपने-अपने खेलों में शानदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित हुए। इन खिलाड़ियों का नाम है:
- डी गुकेश (शतरंज)
- हरमनप्रीत सिंह (हॉकी)
- प्रवीण कुमार (पैरा एथलेटिक्स)
- मनु भाकर (शूटिंग)
खेल रत्न 2024 के लिए चुने गए 4 खिलाड़ी
इस साल खेल रत्न पुरस्कार से नवाजे गए 4 खिलाड़ी अपने क्षेत्र में अद्वितीय प्रदर्शन करने वाले थे। इनमें से प्रत्येक खिलाड़ी ने देश को गर्व महसूस कराया और अपने खेल में अपार सफलता हासिल की। आइए जानते हैं उनके बारे में:
- मनु भाकर
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए 10 मीटर एयर पिस्टल में पोडियम पर जगह बनाई और फिर सरबजोत सिंह के साथ मिलकर 10 मीटर मिश्रित टीम में दूसरा कांस्य पदक जीता। इस प्रकार, वह स्वतंत्र भारत की पहली खिलाड़ी बन गईं, जिन्होंने एक ही ओलंपिक सत्र में दो पदक जीते। उनके इस ऐतिहासिक उपलब्धि के कारण उन्हें खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। - डी गुकेश
डी गुकेश ने शतरंज के इतिहास में नया मील का पत्थर स्थापित किया, जब वह विश्व शतरंज चैम्पियनशिप में चीन के डिंग लिरेन को हराकर विश्व चैम्पियन बने। 18 वर्षीय गुकेश शतरंज के सबसे युवा विश्व चैम्पियन बने और इस सफलता ने उन्हें एक नया रोल मॉडल बना दिया। वह सिंगापुर में आयोजित इस मुकाबले के पहले से ही प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, और उन्होंने दबाव के बावजूद शानदार जीत दर्ज की।
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- हरमनप्रीत सिंह
हरमनप्रीत सिंह भारतीय हॉकी के एक अहम सदस्य हैं और उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने कई महत्वपूर्ण जीत हासिल की हैं। उनकी प्रतिबद्धता और खेल के प्रति उनका समर्पण उन्हें इस पुरस्कार का योग्य बनाता है। - प्रवीण कुमार
प्रवीण कुमार, एक पैरा एथलीट, जिन्होंने अपने संघर्ष और समर्पण से एथलेटिक्स की दुनिया में पहचान बनाई, को भी इस साल खेल रत्न पुरस्कार मिला। उनकी जीत से प्रेरणा मिलती है कि शारीरिक चुनौतियों के बावजूद कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।