दिल्ली को मिला सेहत का तोहफा, इन 33 इलाकों में खुले आयुष्मान आरोग्य मंदिर, BJP ने जारी की पूरी लिस्ट!

दिल्ली में आज मंगलवार, 17 जून को दिल्ली सरकार द्वारा 33 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का उद्घाटन किया गया। इन केंद्रों का शुभारंभ दिल्ली सरकार के मंत्रियों ने अपनी-अपनी विधानसभा क्षेत्रों में किया। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री भी समारोह में मौजूद रहे। अब जानते हैं कि किन-किन इलाकों में ये नए आरोग्य मंदिर खोले गए हैं।

Delhi News : मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में जब से दिल्ली में भाजपा सरकार ने सत्ता संभाली है, तब से विभिन्न योजनाओं पर तेज़ी से काम हो रहा है। कई पुरानी योजनाओं में बदलाव किए गए हैं, वहीं कुछ को पूरी तरह से नए स्वरूप में ढाला जा रहा है। इसी कड़ी में, मोहल्ला क्लीनिक की जगह अब राजधानी को शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का तोहफा मिलने जा रहा है। मंगलवार, 17 जून को दिल्ली सरकार ने 33 नए आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का उद्घाटन किया।

2025-26 के लिए नेशनल हेल्थ मिशन के तहत 123 नए प्राइमरी हेल्थ सेंटर स्थापित किए जाएंगे, जिससे लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं और आसानी से मिल सकेंगी। इस नई योजना के अंतर्गत इन केंद्रों पर महिलाओं की डिलीवरी और नवजात शिशुओं की देखभाल, पांच प्रकार के कैंसर की जांच, गर्भवती महिलाओं और बच्चों का टीकाकरण, निःशुल्क दवाएं, और 105 प्रकार की पैथोलॉजी जांच की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा, मधुमेह (डायबिटीज) और उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) की जांच और उनके इलाज हेतु दवाएं भी पूरी तरह मुफ्त दी जाएंगी।

कहां-कहां खुले नए आरोग्य मंदिर?

इन 33 केंद्रों का उद्घाटन विभिन्न मंत्रियों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में किया।

केंद्र खुलने का समय क्या रहेगा?

फिलहाल ये केंद्र सुबह 8 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक खुलेंगे, जो कि पहले से दो घंटे कम है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह समय केवल अस्थायी रूप से कम किया गया है और जैसे ही नवीनीकरण कार्य पूरा होगा, केंद्रों का समय पहले की तरह कर दिया जाएगा। हालांकि, तीस हजारी आरोग्य मंदिर में यह सेवा सुबह 9:30 से शाम 3:30 बजे तक उपलब्ध रहेगी, और वहां डॉक्टरों के साथ सरकारी कर्मचारी भी तैनात होंगे।

8 महीनों में 1140 केंद्र खोलने का लक्ष्य

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि 2020 में केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली को आरोग्य मंदिरों की स्थापना के लिए ₹2400 करोड़ का अनुदान दिया गया था। लेकिन तत्कालीन राज्य सरकार के अहंकार और उदासीनता के कारण इस फंड का उपयोग नहीं हो सका और जनता को उसका लाभ नहीं मिल पाया।

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रेखा गुप्ता ने कहा, “जब हमें जिम्मेदारी मिली, तो हमने इस राशि का प्रभावी उपयोग कर काम को ज़मीन पर उतारना शुरू किया। अब तक कुल 1140 आरोग्य मंदिर स्वीकृत हो चुके हैं। यदि हम यह कार्य मार्च 2026 तक पूरा नहीं करते, तो यह फंड लैप्स हो जाएगा। ऐसे में जो काम पिछले पांच वर्षों में आराम से हो सकता था, उसे हमें अगले 8 महीनों में पूरा करना होगा।”

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