झटकों से दहशत, अफरा-तफरी का माहौल
Delhi NCR में सुबह-सुबह अचानक आई इस भूगर्भीय हलचल ने लोगों को सकते में डाल दिया। ऑफिस जाने की तैयारी कर रहे लोग घरों से बाहर निकल आए, वहीं स्कूलों और बाजारों में कुछ देर के लिए गतिविधियां थम सी गईं। गाजियाबाद के वसुंधरा, नोएडा के सेक्टर 62, दिल्ली के लक्ष्मी नगर और गुरुग्राम के सेक्टर 56 जैसे घनी आबादी वाले इलाकों में झटके तीव्र रूप से महसूस किए गए। हालांकि, किसी इमारत को क्षति पहुंचने या किसी व्यक्ति के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन लोगों में तनाव का माहौल बना हुआ है।
विशेषज्ञों ने जताई चिंता, हिमालयी क्षेत्र को बताया कारण
भूकंप विज्ञानियों के अनुसार, Delhi NCR का क्षेत्र हिमालयन फॉल्ट लाइंस के बेहद करीब है, जिससे यहां समय-समय पर हल्के से मध्यम तीव्रता वाले भूकंप आते रहते हैं। इससे पहले 17 फरवरी 2025 को दिल्ली में 4.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। वैज्ञानिकों ने चेताया है कि बढ़ती आबादी और ऊंची इमारतों के चलते खतरा और अधिक बढ़ सकता है। विशेषज्ञ लगातार जागरूक रहने और सुरक्षित निर्माण नीतियों को अपनाने की सलाह दे रहे हैं।
क्या करें भूकंप के दौरान? पढ़िए सुरक्षा के ज़रूरी उपाय
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) और डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटीज़ ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और इन बातों का पालन करें:
- भूकंप के समय तुरंत ज़मीन पर बैठें (Drop), सिर को किसी मजबूत वस्तु से ढकें (Cover), और जब तक झटके रुक न जाएं, वहीं टिके रहें (Hold On)।
- कांच की खिड़कियों, ऊंची अलमारियों, बिजली के खंभों और कमजोर छतों से दूर रहें।
- यदि आप बाहर हैं, तो खुले मैदान या पार्क जैसी जगहों पर जाएं, पेड़ों और बिजली की तारों से बचें।
- आपातकालीन नंबर और जरूरी सामान (फ्लैशलाइट, पानी, रेडियो) पास रखें।
NCS से आधिकारिक पुष्टि का इंतज़ार
भूकंप की पुष्टि और केंद्र की सटीक जानकारी के लिए NCS की वेबसाइट seismo.gov.in और उनके आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर नजर बनाए रखें। NDTV और अन्य समाचार चैनलों ने भी झटकों की पुष्टि की है। हमारी टीम लगातार हालात पर नज़र रख रही है और जैसे ही कोई नई जानकारी आती है, हम आपको अपडेट करेंगे।
सावधान रहें, सतर्क रहें – सुरक्षित रहना ही समझदारी है।