Delhi News : दिल्ली में नवरात्रि के पावन अवसर पर मीट की दुकानों को बंद करने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है। जंगपुरा से पूर्व विधायक तरविंदर सिंह मारवाह के बाद अब शकरपुर बस्ती के भाजपा विधायक करनैल सिंह ने भी मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और दिल्ली पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर यह मांग दोहराई है। करनैल सिंह ने सिर्फ प्रशासन से ही नहीं, बल्कि डोमिनोज़, मैकडॉनल्ड्स और केएफसी जैसी प्रमुख फूड चेन कंपनियों को भी पत्र भेजा है।
इसमें उन्होंने अनुरोध किया है कि नवरात्रि के दौरान मांसाहारी व्यंजनों की बिक्री पर अस्थायी रूप से रोक लगाई जाए। उनका कहना है कि नवरात्रि जैसे धार्मिक और श्रद्धा के पर्व में हिंदू समुदाय की भावनाओं का आदर करते हुए मांस की बिक्री और खपत पर स्वैच्छिक रोक लगनी चाहिए।
पहले भी उठ चुकी है ऐसी मांग
गौरतलब है कि इससे पहले भी पिछली नवरात्रि के समय भाजपा नेताओं ने इस तरह की मांग उठाई थी। उस समय नवरात्रि और रमजान एक साथ पड़ रहे थे। भाजपा नेताओं ने कहा था कि मंदिरों के आसपास मांस की दुकानें खुली रहना हिंदू आस्थाओं को ठेस पहुंचाता है।
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दिल्ली भाजपा के विधायकों रविंद्र नेगी और नीरज बसोया ने तब कहा था कि नवरात्रि के दिनों में मंदिरों के सामने खुली मीट शॉप्स से श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत होती हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर के एक भाजपा विधायक ने भी अपने राज्य में इसी तरह की मांग रखते हुए प्रशासन से धार्मिक मान्यताओं का ध्यान रखने की अपील की थी।
“सेवइयां खाइए, बकरी की बलि नहीं”
भाजपा विधायक रविंद्र नेगी ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा था “नवरात्रि के दौरान मंदिरों के सामने मांस की दुकानें खुली रहना अनुचित है। यह हिंदु