लंदन में भारतीय लोकतंत्र को लेकर दिए गए अपने बयान पर मचे बवाल के बीच राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके प्रधानमंत्री और गौतम अडाणी के रिश्ते पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बताएं कि उनका अडानी से क्या रिश्ता है। वहीं ‘मैंने लंदन में ऐसा कुछ नहीं बोला जो पब्लिक रिकॉर्ड से नहीं निकली। यह पूरा मामला अडाणी मुद्दे से डिस्ट्रक्ट करने का है। असल बात को ये है कि पीएम मोदी अडाणी मुद्दे से डरे हुए है। मुझे ऐसा लगता है कि वह मुझे संसद में बोलने नहीं देंगे।’
‘मेरा हक है कि मैं सदन में अपनी बात रखूं’
राहुल ने आगे कहा कि श्रीलंका, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया से उन्हें ठेके मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और ऑस्ट्रेलिया के पीएम के बीच क्या बातचीत हुई पीएम जी उसके जवाब नहीं दे पाए। ‘संसद में जवाब देने के बाद ही मैं आपके साथ डिटेल में बात करूंगा, क्योंकि बतौर सांसद पार्लियामेंट मेरा प्लेटफॉर्म है।’
राहुल गांधी ने कहा कि ‘मैं लोकसभा का सदस्य हूं, मेरा हक है कि मैं सदन में अपनी बात रखूं। आज मेरे आने के बाद ही सदन को स्थगित कर दिया गया, अगर कल मुझे बोलने का मौका मिलता है तो वहां मैं इस विषय पर अपनी बात डिटेल से रखूंगा’
‘संसद में बोलने दो, तो जवाब’
लंदन में भारतीय लोकतंत्र को लेकर दिए गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर सियासत गर्म है। जिसे लेकर संसद के बजट सत्र के दौरान दोनों सदनों में हंगामा जारी है। इस हंगामे के बीच राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने भारत या भारतीय संसद के खिलाफ कुछ नहीं बोला है। अगर उन्हें संसद में बोलने दिया जाएगा तो वह इस बारे में अपना पक्ष जरूर रखेंगे। राहुल गांधी बुधवार को लंदन से वापस लौटने के बाद आज पहली बार बजट सत्र के दूसरे चरण में संसद पहुंचे।
‘मुझे संसद में बोलने दें तो जवाब दूंगा’
जब राहुल गांधी से कहा गया कि सत्ता पक्ष उनके बयान पर उनसे माफी की मांग कर रहा है तो इसपर राहुल ने संसद भवन परिसर में कहा कि ‘अगर वे मुझे संसद में बोलने देते हैं, तो मैं जो सोचता हूं वह कहूंगा।’ राहुल गांधी ने कहा कि जब वह संसद में बोलेंगे तो यह बीजेपी को पसंद नहीं आएगा। अगर उन्हें संसद के बोलने की इजाजत नहीं दी गई तो वह संसद के बाहर बोलेंगे।