नई दिल्ली। Election Commission ने महिलाओं की गरिमा के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों के लिए भाजपा नेता दिलीप घोष और कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत की निंदा की और कहा कि आयोग चुनावी प्रक्रिया को महिलाओं की भूमिका को और मजबूत करना चाहती हैं। इसलिए ऐसे किसी भी कार्य और उनको लेकर दी गई बयानों के समर्थन का नही करता हैं।
इसलिए मिला था Election Commission का नोटिस
कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं द्वारा किए गए आपत्ति जनक टिप्पणी को लेकर सोमवार को आयोग ने अपने आदेश में कहा कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर उन्हें जारी किए गए नोटिसों का जवाब मिलने के बाद आयोग आश्वस्त हैं कि दोनों नेताओं ने निम्न स्तर का व्यक्तिगत हमला किया और इस तरह उल्लंघन किया।
आयोग ने दोनों नेताओं को यह आदेश दिया
दोनों नेताओं को आदेश दिया गया कि चुनाव के दौरान लागू आदर्श आचार संहिता की अवधि के दौरान बयानों में सावधानी बरती जाए। इसके साथ साथ अब दोनों नेताओं के चुनाव संबंधी आचारों की निगरानी के लिए आयोग अतिरिक्त निगरानी करेगा।
आयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था
गौरतलब है कि Election Commission ने बॉलीवुड अभिनेत्री और मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार कंगना रनौत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए सुप्रिया श्रीनेत को कारण बताओ नोटिस जारी किया था । श्रीनेत ने बाद में दावा किया था कि उनके सोशल मीडिया प्रोफाइल के साथ छेड़छाड़ कारण हुई थी। वो कभी भी किसी महिला के बारे में ऐसी टिप्पणी नहीं कर सकती। वहीं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी के लिए पश्चिम बंगाल से बीजेपी सांसद दिलीप घोष को भी आयोग द्वारा नोटिस भेजा गया था। टिप्पणी को लेकर घोष ने बाद में दावा किया कि उनके द्वारा मुख्यमंत्री पर यह टिप्पणी राजनीतिक संदर्भ में की गई थी।