Bollywood:अगर आप इतिहास में दिलचस्पी रखते हैं, तो इमरजेंसी आपके लिए एक शानदार फिल्म है। ये सिर्फ इंदिरा गांधी के जिंदगी की कहानी नहीं है बल्कि उस दौर की राजनीति, समाज और देश के बदलाव को भी बखूबी दिखाती है। कंगना रनौत ने इस फिल्म में इंदिरा गांधी का किरदार निभाते हुए अपनी एक्टिंग का ऐसा जादू बिखेरा है, जिसे आप नजरअंदाज नहीं कर सकते है।
कहानी में क्या खास है?
फिल्म की कहानी 1929 से 1984 तक की इंदिरा गांधी के जीवन पर आधारित है। इसमें उनकी बांग्लादेश की आजादी में भूमिका, इमरजेंसी लागू करने के पीछे की वजहें, और अमेरिका जैसी ताकतों के खिलाफ डटने का साहस को दिखाया गया है।फिल्म एक ऐसे सफर पर ले जाती है, जहां आप इंदिरा गांधी के बचपन से लेकर उनके प्रधानमंत्री बनने और फिर उनके जिंदगी के आखिरी दिनों तक की झलक दिखाई है। खास बात ये है कि फिल्म न तो उनके पक्ष में है और न ही उनके खिलाफ। यह पूरी तरह से एक संतुलित नजरिया पेश करती है।
एक्टिंग और डायरेक्शन
कंगना रनौत ने सिर्फ इंदिरा का रोल ही नहीं निभाया, बल्कि इस फिल्म को लिखा और डायरेक्ट भी किया है। हर सीन में वो इंदिरा गांधी जैसी ही लगेंगी।सतीश कौशिक ने जगजीवन राम के किरदार में जान डाल दी।
विशाक नायर (संजय गांधी) और दर्शन पांड्या (आर. के. धवन) ने भी अपनी भूमिका अच्छे से निभाई।
अनुपम खेर और श्रेयस तलपड़े के किरदार थोड़े कमजोर लग सकते है।
टेक्निकल साइड
फिल्म का मेकअप और प्रोस्थेटिक्स इतने शानदार हैं कि किरदार असली लगते हैं। कैमरा वर्क और सेट डिजाइन भी बेहतरीन हैं। लेकिन हां, फिल्म का म्यूजिक कमजोर है।
क्यों देखें मूवी
अगर आप इंदिरा गांधी को सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि एक इंसान के रूप में समझना चाहते हैं।अगर आप जानना चाहते हैं कि उन्होंने भारत को एक मजबूत राष्ट्र बनाने के लिए कितनी चुनौतियों का सामना किया।और अगर आप इतिहास के उन पन्नों को करीब से महसूस करना चाहते हैं, जिनकी झलक शायद ही आपको कहीं और देखने को मिले।