Operation Sindoor: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते राजनीतिक और सैन्य तनाव के बीच सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने देश के सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को पाकिस्तानी कंटेंट को तत्काल प्रभाव से हटाने का आदेश जारी किया है। इस फैसले को राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में लिया गया है जो 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद आया है।
मंत्रालय का आधिकारिक आदेश
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक (Operation Sindoor) सलाह में कहा गया, “राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में, भारत में संचालित सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म, मीडिया स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म और बिचौलियों को सलाह दी जाती है कि वे वेब-सीरीज, फिल्में, गाने, पॉडकास्ट और अन्य स्ट्रीमिंग मीडिया कंटेंट को तत्काल प्रभाव से बंद कर दें, चाहे वे सब्सक्रिप्शन आधारित मॉडल पर उपलब्ध हों या अन्यथा जिनकी उत्पत्ति पाकिस्तान में हुई है।”
इस आदेश के तहत नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम, यूट्यूब, जियोसिनेमा सहित सभी प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को पाकिस्तानी वेब सीरीज, फिल्में, गाने, पॉडकास्ट और अन्य डिजिटल कंटेंट को हटाना होगा। यह कदम भारत-पाकिस्तान तनाव को देखते हुए उठाया गया है जो कथित तौर पर हिंसा भड़काने या सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने वाले कंटेंट को रोकने के लिए है।
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आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई
यह फैसला भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के एक दिन बाद आया है जो 6-7 मई की रात 1:04 से 1:30 बजे तक 25 मिनट में पूरा हुआ। इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया जिसमें लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन के शिविर शामिल थे। यह कार्रवाई पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब थी, जिसमें 26 लोग, ज्यादातर पर्यटक, मारे गए थे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन (Operation Sindoor) की सटीकता को “अकल्पनीय और प्रशंसनीय” बताया जिसमें 70 से अधिक आतंकी मारे गए और 60 घायल हुए। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि यह कार्रवाई “मापी गई, गैर-तनावपूर्ण और जिम्मेदार” थी जो केवल आतंकी ढांचे को निशाना बनाने के लिए थी।