Mrs movie review: ये फिल्म रिव्यू पढ़कर ऐसा लग रहा है कि ये मूवी सिर्फ एंटरटेन करने के लिए नहीं, बल्कि एक जरूरी मुद्दा उठाने के लिए बनाई गई है। घर की महिलाओं के साथ जो होता है, वो हम सब जानते हैं — लेकिन इस पर बात करने की हिम्मत कम ही लोग जुटाते हैं।
कहानी का सार
सान्या मल्होत्रा इस फिल्म में ऋचा का रोल कर रही हैं, जो एक टैलेंटेड डांसर है। लेकिन अरेंज मैरिज के बाद उसकी ज़िंदगी किचन तक सिमट कर रह जाती है। उसकी पहचान, उसके सपने धीरे-धीरे गुम हो जाते हैं। क्या वो खुद को फिर से पा सकेगी? यही जानने के लिए आपको ये फिल्म देखनी चाहिए।
क्यों देखनी चाहिए ये फिल्म?
इसकी कहानी हर उस महिला की है जो अपने घर के कामों में इतनी उलझ जाती है कि खुद को ही भूल जाती है। ये मूवी बहुत संवेदनशील तरीके से ये दिखाती है कि कैसे महिलाओं को उनके सपनों के लिए भी स्पेस मिलना चाहिए।
शानदार परफॉर्मेंस
सान्या मल्होत्रा ने एक हाउसवाइफ के रोल में जबरदस्त काम किया है। उन्हें देखकर आपको ये महसूस ही नहीं होगा कि वो असल ज़िंदगी में एक फ्री-स्पिरिट डांसर हैं। निशांत दहिया और कंवलजीत सिंह ने भी अपने किरदारों में जान डाल दी है।
डायरेक्शन और कहानी
आरती कड़व का डायरेक्शन ठीक लगा। हां, अगर फिल्म थोड़ी छोटी होती या इमोशनल पार्ट पहले आ जाता, तो शायद और मजेदार बनती। लेकिन फिर भी ये फिल्म अपना मैसेज पहुंचाने में कामयाब रहती है।
जरूर देखें इस फिल्म को
अगर आपको ऐसी कहानियां पसंद हैं जो सिर्फ मनोरंजन नहीं करतीं बल्कि आपको सोचने पर भी मजबूर कर देती हैं, तो ये फिल्म आपके लिए परफेक्ट है।