उत्तर प्रदेश के गाजीपुर थाने से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां गुरु जी के नाम से मसहुर एक ऐसा गांजा तस्कर है जो कि सरकारी टीचर नौकरी में रहने के बाद भी पुलिस प्रशासन के सहयोग से अवैध कारोबार करता है। साथ ही अपने नेटवर्क के जरिए करीब पिछले 18 वर्षों से वह गांजा तस्करी के धंधे में संलिप्त है। दिखावे के लिए वह एक मुश्त पूंजी लगाकर अलग-अलग नाम से आबकारी विभाग में टेंडर भरवाता है। और वह ठेके पर भांग की दुकान भी लगाता है।
गांजे की हाईलेवल तस्करी
बता दें की इसी भांग की दुकान के माध्यम से यह गांजे की हाईलेवल पर तस्करी करता है। हालांकि, इसकी जानकारी आबकारी विभाग समेत पुलिस विभाग के लोगों को बखूबी है। लेकिन जेब गर्म करने का फंडा अपनाकर हाईटेक तस्कर सभी की जुबान पर ताला लगा देता है। दुकानों में खुलेआम बिकता है । जिसका खुलासा न्यूज़1 इंडिया
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बाबा फैला रहा नेटवर्क
भांग के लाइसेंसी दुकान की आड़ में गांजा की तस्करी कर इसके बंदे इतना अवैध घूम रहे हैं, और साथ ही अकूत सम्पत्ति अर्जित कर ली है। और इसने अपनी पत्नी को माध्यम बनाकर राजनीति में भी अपनी घुसपैठ जमा ली है। मनीपुर प्रांप्त से लेकर गोरखपुर और नेपाल में इसने अपना पूरा नेटवर्क जमा रखा है। वहां से यह निजी साधनों की मदद से गांजा मंगवाता है। और भांग की दुकानों में खुलेआम गांजा बिकवाता भी है।
18 वर्षों से कर रहा गांजा की तस्करी
सूत्रों के माने तो, शिक्षा विभाग से जुड़कर सरकारी नौकरी और उसके आड में करीब 18 वर्षों से गांजा तस्करी के धंधे से जुड़ा है,यह शख्स किसी पहचान का मोहताज नहीं है। गुरु जी के नाम से पॉपुलर इस व्यक्ति ने करीब 44 वर्ष की उम्र में भांग की लाइसेंसी दुकान के आड़ में रहकर तस्करी कराकर लाखों नहीं बल्कि करोड़ों का काला धन कमाया है। अब इस खबर के बाद, शायद प्रशासन कड़ा एक्शन लेते हुए गांजा तस्कर के खिलाफ कार्रवाई करें।