Panic Attack: आजकल की भागदौड़ वाली जिंदगी, काम का प्रेशर, भविष्य की चिंता और रिश्तों की उलझनें ये सब हमें मानसिक रूप से काफी प्रभावित करती हैं। कई बार इसी वजह से शरीर में अचानक कुछ अजीब होने लगता है। जैसे,दिल की धड़कन तेज हो जाना, सांस लेने में तकलीफ, पसीना आना, हाथ-पैर कांपना, बेचैनी महसूस होना और ऐसा लगना जैसे कुछ बहुत बुरा होने वाला है। ये लक्षण पैनिक अटैक के हो सकते हैं। पैनिक अटैक आमतौर पर कुछ मिनट से लेकर आधे घंटे तक रह सकता है, लेकिन इस छोटे से समय में भी व्यक्ति काफी डरा और असहाय महसूस करता है।
अगर आपको भी बार-बार ऐसा महसूस होता है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। हार्वर्ड के फेमस डॉक्टर सेठी ने ऐसे आसान उपाय बताए हैं, जिनसे आप पैनिक अटैक की स्थिति में खुद को तुरंत संभाल सकते हैं।
पैनिक अटैक से निपटने के आसान उपाय
आंखों या चेहरे पर बर्फ लगाएं:डॉ. के अनुसार, जब पैनिक अटैक आए तो तुरंत बर्फ का टुकड़ा लेकर आंखों के नीचे या गाल पर रखें। इससे दिमाग को ठंडक मिलती है और नर्वस सिस्टम रीसेट होने लगता है। बर्फ के ठंडे अहसास से ब्रेन का ध्यान डर से हटकर नई संवेदना की ओर चला जाता है, जिससे हार्टबीट भी धीरे-धीरे सामान्य हो जाती है।
डीप ब्रिदिंग यानी गहरी सांस लेना:पैनिक अटैक के दौरान सांसें बहुत तेज हो जाती हैं। इससे शरीर में ऑक्सीजन असंतुलित हो जाती है और बेचैनी और बढ़ जाती है। ऐसे में गहरी सांस लेने की एक खास तकनीक अपनाएं
4 सेकंड तक नाक से गहरी सांस लें
4 सेकंड तक सांस रोकें
फिर 6 सेकंड तक मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ें
इससे ना सिर्फ सांसों की रफ्तार संतुलित होती है, बल्कि दिल की धड़कन भी काबू में आ जाती है।
मांसपेशियों को धीरे-धीरे रिलैक्स करें:जब इंसान घबराता है तो उसकी मांसपेशियां टेंशन में आ जाती हैं। जैसे जबड़ा टाइट हो जाता है, कंधे चढ़ जाते हैं या मुट्ठी बंध जाती है। ऐसे में प्रोग्रेसिव मसल रिलैक्सेशन तकनीक अपनाएं
पैरों की उंगलियों को कसें और फिर छोड़ें
हाथ की मुट्ठी कसें फिर धीरे से खोलें
कंधे ऊपर खींचें और फिर नीचे छोड़ें
Disclaimer यहां बताई गई बातें विभिन्न स्रोतों से ली गई है और डॉक्टर के बातचीत के आधारीत है।न्यूज1इंडिया इसकी सटीकता की जिम्मेदारी नहीं देता कृपया ऐसी स्थिति में अपने विवेक का प्रयोग करें और तुरंत किसी विशेषज्ञ से सलाह लें