नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन के जंग के ऐलान के ठीक 5 मिनट बाद रूसी सेना ने यूक्रेन की राजधानी समेत 12 जगह पर हमला कर दिया है। साथ ही राजधानी में रूस ने मिसाइल का प्रयोग भी किया। जवाब में यूक्रेन ने रूस को चनौती देते हुए कहा की यूक्रेन इस जंग को लड़ेगा भी और जीतेगा भी।पुतिन ने कहा कि हम यूक्रेन में स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन शुरू कर रहे हैं, जिसका मकसद डिमिलिटराइजेशन है। हमारा मकसद पूरे यूक्रेन को हथियाना नहीं है।
पुतिन ने अपने बयान में यूक्रेन की सेना से अपने हथियार नीचे डालने की भी अपील की है और उन्होंने यह भी कहा की “पूर्वी यूक्रेन में 2014 में बने अलगाववादी इलाकों ने हमसे मदद मांगी थी, उनके कहने पर ही हम यह कदम उठा रहे हैं।” रूस ने बताया की उनका मकसद उन लोगो की मदद करना है जो पिछले 8 साल से यातना और नरसंहार का शिकार हो रहे हैं। रूस ने इसके लिए यूक्रेन में “डीमिलिटराइजेशन” का कदम उठाया है।
यूक्रेन के विदेश मंत्री “दिमेत्रो कुलेबा” ने बोला की हम अपनी लड़ाई लड़ेंगे और जीतेंगे भी जिसके जवाब में यूक्रेन ने रूस के 5 से 6 एयरक्राफ्ट नीचे गिराए। यूक्रेन के शांति पसंद नागरिकों पर हमला किया जा रहा है। यह रूस का आक्रामक व्यवहार है और उसी के चलते हमला हुआ है।
पुतिन के युद्ध के ऐलान के तुरंत बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी अपना बयान जारी करते हुए रूस के इस कदम की कठोर निंदा की और कहा की “पुतिन के फैसले का बहुत बुरा नतीजा निकलेगा। मनावता इस फैसले का अंजाम भुगतेगी, लोगों की जिंदगियां तबाह हो जाएंगी। इस हमले से जो भी तबाही मचेगी और जितनी जिंदगियां खत्म होंगी, उसका जिम्मेदार अकेला रूस ही होगा।” साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसका विरोध करते हुए यह आश्वाशन दिया है की अमेरिका और उसके सहयोगी इसके विरुद्ध है और जवाबी कार्रवाई करेंगे।
(उज्ज्वल चौधरी)