Bangladesh News: बांग्लादेश में हाल ही में शुरू हुई राजनीतिक उथल-पुथल अब अराजकता की ओर बढ़ती दिख रही है। इस्लामिक कट्टरपंथियों और छात्र नेताओं की ओर से शेख हसीना सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला गया था, लेकिन यह आंदोलन अब खुद ही बिखरता नजर आ रहा है।
छात्र नेता नाहिद इस्लाम के साथ हाथापाई
शेख हसीना सरकार का विरोध कर रहे छात्र नेता नाहिद इस्लाम ने अंतरिम सरकार से इस्तीफा देकर एक नया राजनीतिक दल बनाने की घोषणा की थी। लेकिन ढाका यूनिवर्सिटी में जब इस नए दल की घोषणा होनी थी, तभी वहां मौजूद विभिन्न छात्र गुटों में हिंसा भड़क उठी। धक्कामुक्की, घूंसे और जूते चलने लगे और पूरा कार्यक्रम हाथापाई में बदल गया।
सेना प्रमुख के बयान के बाद बढ़ा तनाव
तनाव के बीच कई विपक्षी नेताओं ने आपात बैठकें बुलाईं और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की चेतावनी दी। विभिन्न संगठनों ने भी इस बयान पर चिंता जताई है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अगर हालात नहीं संभले तो देश में बड़े पैमाने पर उथल-पुथल मच सकती है। जनता के बीच भी इस मुद्दे को लेकर गहरी चिंता देखी जा रही है, और कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ती जा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ सकती है। सरकार और सेना के बीच आंतरिक संवाद से ही समाधान निकलने की उम्मीद जताई जा रही है।
सत्ता परिवर्तन की होड़ या असली क्रांति?
बांग्लादेश में जो ‘क्रांति’ शुरू हुई थी, वह अब कुर्सी की लड़ाई में ही खत्म होती दिख रही है। यह सवाल उठता है कि क्या यह आंदोलन वास्तव में राजनीतिक बदलाव लाने के लिए था, या फिर यह सिर्फ सत्ता की होड़ में शामिल एक और खेल था? अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में यह राजनीतिक घमासान किस दिशा में जाता है।