मुखबिर बना वर्दी वाला: सिस्टम का गद्दार निकला दरोगा, पहले बदमाश को भगाया, फिर दिखावे की दबिश दी

कानपुर में पुलिस की वर्दी पर कलंक लगा है। दरोगा आदित्य बाजपेई ने बदमाश को खुद भागने का इशारा किया और फिर दिखावे की दबिश दी। पूरा मामला CCTV में कैद हुआ, जिससे सिस्टम की गद्दारी उजागर हो गई।

Kanpur police case: कानपुर की पुलिस में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे सिस्टम को कटघरे में खड़ा कर दिया है। जिस वर्दी पर जनता भरोसा करती है, वही वर्दी इस बार गद्दारी करती पकड़ी गई। नवाबगंज थाना चौकी इंचार्ज आदित्य बाजपेई का वीडियो सामने आया है, जिसमें वह एक वांछित बदमाश अनूप शुक्ला को पहले खुद भागने का इशारा करता है और फिर ड्रामेबाज़ी करते हुए दबिश देने पहुंचता है। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है। सिस्टम का गद्दार बना यह दरोगा अब न केवल पुलिस महकमे को शर्मसार कर रहा है, बल्कि यह सवाल भी खड़ा कर रहा है कि जब खाकी ही मुखबिरी करने लगे तो आम जनता किस पर भरोसा करे?

Kanpur

दरोगा ने पहले भगाया, फिर पहुंचा दबिश देने

Kanpur के नवाबगंज इलाके में दरोगा आदित्य बाजपेई ने वर्दी की मर्यादा को तार-तार कर दिया। CCTV फुटेज में साफ दिख रहा है कि दरोगा अपने साथी कॉन्स्टेबल विजय राज के साथ बाइक पर बदमाश अनूप शुक्ला के घर पहुंचता है। वहां वह बदमाश से पहले बातचीत करता है और फिर इशारा कर उसे भागने के लिए कहता है। अनूप शुक्ला ट्रॉली बैग उठाकर हंसते हुए दरोगा को हाथ दिखाता है और आराम से फरार हो जाता है। कुछ देर बाद वही दरोगा पुलिस बल लेकर वहां ‘दबिश’ देने पहुंचता है। यह पूरी फिल्मी स्टाइल की घटना 11 जून की है, जिसका CCTV अब वायरल हो गया है।

दीनू गैंग से है कनेक्शन, दरोगा बना मुखबिर

दरअसल, यह मामला कुख्यात दीनू गैंग से जुड़ा है। दीनू उपाध्याय को पिंटू सेंगर मर्डर केस में जेल भेजा जा चुका है। उसके गिरोह के सदस्य अनूप शुक्ला पर जमीन कब्जाने और रंगदारी वसूलने के गंभीर आरोप हैं। अनूप शुक्ला लंबे समय से फरार चल रहा था। अब CCTV फुटेज से साफ हो गया है कि नवाबगंज थाना चौकी इंचार्ज खुद अनूप को फरार करने में मदद कर रहा था। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने दरोगा आदित्य बाजपेई और कॉन्स्टेबल विजय राज को सस्पेंड कर उनके खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं। पुलिस महकमे में यह मामला गद्दारी की बड़ी मिसाल बन गया है।

CCTV से फंसा दरोगा, कांग्रेस ने बोला हमला

CCTV में दिखा कि अनूप के भागने के बाद दरोगा फिल्मी स्टाइल में Kanpur पुलिस फोर्स के साथ उसके घर पहुंचा, जैसे उसे कुछ पता ही न हो। इस शर्मनाक घटना के सामने आने के बाद कांग्रेस ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए X पर पोस्ट किया- “बदमाशों और पुलिस के बीच गठबंधन देखिए! जब पुलिस ही अपने सगे नहीं हैं, तो जनता के क्या होंगे?” यह मामला सिर्फ एक दरोगा की गद्दारी नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम पर कलंक बनकर उभरा है। पुलिस महकमा अब इस केस में गहराई से जांच कर रहा है। जनता में सवाल उठ रहे हैं कि जब वर्दी वाला ही गद्दार हो, तो इंसाफ कौन देगा?

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