Kanpur : उत्तर प्रदेश के कानपुर में ट्रांसगंगा सिटी और वीआईपी रोड को जोड़ने के लिए एक नए वाई-आकार के पुल के निर्माण को मंजूरी दे दी गई है। यह फैसला उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPSIDA) के सीईओ मयूर माहेश्वरी की अगुवाई में एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान लिया गया। बैठक में पुलिस आयुक्त अखिल कुमार और सेतु निर्माण निगम के प्रबंध निदेशक धर्मेंद्र सिंह ने भी हिस्सा लिया। इस पुल के बनने से यातायात में सुधार होगा और क्षेत्र का तेजी से विकास होगा।
पुल निर्माण की योजना और बजट
यह नया पुल कानपुर के ट्रांसगंगा सिटी और वीआईपी रोड को सीधे जोड़ते हुए जाम की समस्या का समाधान करेगा। पहले इसके लिए 538 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया था, लेकिन संशोधित योजना के तहत यह लागत बढ़कर 726 करोड़ रुपये हो गई है। इस अतिरिक्त बजट को भी मंजूरी दे दी गई है। पुल की चौड़ाई 12.5 मीटर होगी और इसे चार लेन का बनाया जाएगा।
पुल का डिज़ाइन वाई-आकार का होगा। गंगा नदी के ऊपर पहुंचने पर पुल की दो शाखाएं हो जाएंगी एक रानी घाट की ओर तो और दूसरी धोबी घाट की ओर उतरेंगी यह डिज़ाइन इसलिए चुना गया ताकि शहर के अलग-अलग हिस्सों में यातायात का दबाव समान रूप से बांटा जा सके।
पुराने प्लान को क्यों किया गया रद्द?
पहले योजना थी कि ट्रांसगंगा सिटी से सरसैया घाट तक एक पुल बनाया जाएगा। लेकिन प्रशासन ने इसे खारिज कर दिया क्योंकि इससे सरसैया घाट चौराहे पर यातायात जाम की समस्या बढ़ सकती थी। इसके बाद, अधिकारियों ने वाई-आकार के पुल का विकल्प चुना।
यातायात के नए रूट
लखनऊ से आने वाले वाहनों को अब धोबी घाट पर रोका जाएगा, जहां से वे भैरवघाट और खलासी लाइन रूट होते हुए शहर में प्रवेश करेंगे। वहीं, शहर से ट्रांसगंगा सिटी, उन्नाव या लखनऊ जाने वाले वाहन रानी घाट से होकर पुल पर चढ़ेंगे।
यात्रियों को रानी घाट से भैरवघाट मंदिर और जलकल पंप हाउस के बीच से गुजरते हुए पुल तक पहुंचने का नया रास्ता मिलेगा। यह मार्ग न केवल यातायात को सुगम बनाएगा बल्कि समय की बचत भी करेगा।
निर्माण का अगला चरण
सेतु निगम की लखनऊ शाखा अगले 15 दिनों के भीतर पुल की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करेगी। इसके बाद यह रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि यह पुल कानपुर और उन्नाव के बीच बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा।
क्षेत्रीय विकास की उम्मीद
यह नया पुल कानपुर और उन्नाव के लोगों के लिए एक बड़ा बदलाव लाएगा। यातायात आसान होने से क्षेत्र में व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय लोग इस परियोजना को लेकर उत्साहित हैं और इसके जल्द पूरा होने की उम्मीद कर रहे हैं।