नई दिल्ली: सिनेमा का निर्माण लोगों के मनोरंजन के लिए किया गया था, लेकिन वक्त के साथ-साथ हुए बदलावों में सिनेमा जगत में भी कई बदलाव होते चले गए। बात अगर आज के दौर की करें, तो अब सिनेमा का क्षेत्र केवल मनोरंजन तक ही सीमित नहीं रह गया है। इसमें हुए बदलावों में कई ऐसी कहानियां समाज को परोसी जा रही हैं, जो संसार में फैली कुरीतियों का सच लोगों के सामने रखती है, तो वहीं अधिक धन और केवल मुनाफा कमाने के उद्देश्य से कई ऐसी फिल्मों का भी निर्माण किया जा रहा है, जो आने वाली खासकर युवा पीढ़ी पर कामुकता के प्रति उनके मन में भावना को ओर तेज करती हैं। इसी को लेकर बात करेंगे 5 ऐसी फिल्मों के बारे में जिन्हें भारत में बैन करना ही ठीक समझा गया।
द विंची कोड (Da vinci Code)
साल 2006 में आई हॉलीवुड फिल्म द विंची कोड (Da vinci Code) को भारत में कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। फिल्म को पूरे भारत में तो नहीं, लोकिन कुछ राज्यों में बैन कर दिया गया था। ईसाई अल्पसंख्यकों (Minorities) का इस फिल्म को लेकर विरोध करते देख, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, मेघालय, पंजाब, नागालैंड, महाराष्ट्र और गोवा में बैन कर दिया गया था। टेक्नोलॉजी (Technology) के इस दौर में अब इस फिल्म को नेटफ्लिक्स (Netflix) पर देखा जा सकता है।
वाटर (Water)
जॉन अब्राहम (John Abraham) स्टारर फिल्म वाटर (Water) भी बंदिशों को झेल चुकी है। इस फिल्म को कनाडा (Canada) की रहने वाली दीपा मेहता (Deepa Mehta) ने प्रोड्यूस किया था और ए आर रहमान (A.R Rahaman) ने इस फिल्म में म्यूजिक दिया था। फिल्म को अपनी कहानी को लेकर विरोध का सामना करना पड़ा था, जिसके चलते इस फिल्म को बैन करना ही सही समझा गया था। इस फिल्म को आज सोशल साइट यूट्यूब (you tube) पर देखा जा सकता है।
50 शेड्स ऑफ ग्रे (Fifty Shades Of Grey)
हॉलीवुड की मोस्ट पॉपुलर फिल्म (Fifty Shades Of Grey) को भी भारत में तीखी प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ा था, जिसके चलते इस फिल्म को भारतीय सेंसर बोर्ड ने बैन कर ही बेहतर समझा था। (Fifty Shades Of Grey) को अब नेटफ्लिक्स (Netflix) पर देखा जा सकता है।
द गर्ल विथ दी ड्रैगन टैटू (The Girl with the Dragon Tattoo)
20 दिसंबर साल 2011 को आई फिल्म द गर्ल विथ दी ड्रैगन टैटू को भारतीय सेंसर बोर्ड ने बैन कर दिया था। इस मूवी में कई ऐसे अश्लील सीन फिल्माए गए थे, जो भारतीय सेंसर बोर्ड को रास नहीं आए थे। इन कारणों के चलते इस फिल्म को बैन कर दिया गया था।
इंडियाना जोन्स एंड टेंपल ऑफ डूम (Indiana Jones and the Temple of Doom)
8 मई 1984 को आई फिल्म इंडियाना जोन्स एंड टेंपल ऑफ डूम (Indiana Jones and the Temple of Doom) पर भारतीय संस्कृति को गलत तरीके से पेश करने के आरोप लगे थे, जिसके चलते इस फिल्म को भी बैन होने का सामना करना पड़ा था। इस फिल्म को अमेज़न प्राइम वीडियो (Amazon prime video) पर देखा जा सकता है।