नई दिल्ली: पाकिस्तान की एंटी टेरर कोर्ट ने मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड और आतंकवादी हाफिज मोहम्मद सईद को टेरर फाइनेंशिंग को लेकर 31 साल कैद की सजा सुनाई है। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के फाउंडर हाफिज सईद पर कोर्ट ने 3.4 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। इसके साथ ही हाफिज सईद की सारी संपत्ति जब्त करने के भी आदेश दिए गए हैं। आपको बताते है कि आखिरकार हाफिज सईद कौन है…
हाफिज सईद आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक है। पाकिस्तान में वो जमात-उद-दावा नामक संगठन चलाता है। हाफिज मूलरूप से इंजीनियर है और अरबी भाषा का प्रोफेसर भी रह चुका है। अमेरिकी सरकार की वेबसाइट रिवार्ड्स फॉर द जस्टिस में भी हाफिज सईद को जमात-उद-दावा, अहले हदीद और लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक बताया गया है। अहले हदीद एक ऐसा इस्लामिक संगठन है जिसकी स्थापना भारत में इस्लामिक शासन लागू करने के लिए की गई है।
भारत में हाफ़िज़ है मोस्ट वांटेड
हाफिज सईद 2008 (26/11) में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों का मास्टरमाइंड है। इस हमले में छह अमेरिकियों सहित 164 लोगों की मौत हो गई थी। 2006 में मुंबई ट्रेन धमाकों में भी हाफिज सईद का हाथ रहा। 2001 में भारतीय संसद तक को सईद ने निशाना बनाया। वो एनआइए की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल है। मुंबई हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से उसे सौंपने को कहा था। लेकिन पाकिस्तान लगातार सईद को आतंकी मानने से इनकार करता रहा है।
अमेरिका ने घोषित किया है इनाम
2008 में हुए मुंबई हमलों में छह अमेरिकी नागरिकों की भी मौत हुई थी। 2012 में अमेरिका ने उसके सिर पर 10 मिलियन डॉलर (लगभग 70 करोड़ रुपये) का इनाम घोषित कर दिया। हालांकि, सईद ने अमेरिका की इस घोषणा को हास्यास्पद करार दिया था। 2014 में दिए एक साक्षात्कार में सईद ने कहा था कि मुंबई हमलों से उसका कोई लेना-देना नहीं है।