Ekadashi Fast : हर व्यक्ति जीवन में सुख और समृद्धि की चाहत रखता है, और इसी दिशा में कई लोग धार्मिक और आध्यात्मिक उपायों की ओर रुख करते हैं। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, प्रत्येक माह में आने वाली एकादशी तिथि विशेष महत्व रखती है। विशेष रूप से, “पद्म एकादशी” और “द्वादशी” का व्रत बेहद लाभकारी माना जाता है। इन व्रतों के माध्यम से व्यक्ति जीवन के सभी कष्टों से छुटकारा प्राप्त कर सकता है और उसे उत्तम फल प्राप्त होते हैं.
पद्म Ekadashi का महत्व
पद्म एकादशी, जिसे आमतौर पर “पद्मिनी एकादशी” के नाम से भी जाना जाता है, हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखती है। यह एकादशी हिन्दू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को आती है। इस दिन विशेष पूजा, व्रत और उपासना का आयोजन किया जाता है। पद्म एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति को न केवल भौतिक सुख-समृद्धि प्राप्त होती है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक शांति भी मिलती है।
पद्म Ekadashi एकादशी का व्रत विधि
पद्म एकादशी व्रत का सही तरीके से पालन करने से सभी प्रकार की समस्याओं और कष्टों से मुक्ति मिलती है। इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। व्रति को इस दिन उपवासी रहकर दिनभर भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करनी चाहिए और उनके मंत्रों का जप करना चाहिए। इसके अलावा, रात को नींद से पूर्व भगवान विष्णु के भजन और कीर्तन भी किया जाता है।
तारीख और शुभ मुहूर्त
इस वर्ष, पद्म एकादशी 2024 में 28 सितंबर को मनाई जाएगी। इस दिन का शुभ मुहूर्त सुबह 5:30 से 6:15 बजे तक रहेगा। इस समय के भीतर पूजा करना विशेष लाभकारी होता है। व्रति को इस दिन ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करके शुद्ध होकर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए।
पद्म एकादशी का व्रत जीवन की समस्याओं को दूर करने और सुख-समृद्धि प्राप्त करने के लिए एक प्रभावी उपाय है। सही विधि और शुभ मुहूर्त के अनुसार इस व्रत को करने से जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और उन्नति प्राप्त होती है। इस अवसर का लाभ उठाकर आप भी अपने जीवन को खुशहाल और सफल बना सकते हैं।