नई दिल्ली। पाकिस्तान और ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. पाकिस्तान ने पहले ईरान के साथ बातचीत में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की थी. लेकिन अब राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) ने पूरी ताकत से जवाब देने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है. इस बैठक का फोकस ईरान था, क्योंकि उन्होंने पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आतंकियों को निशाना बनाकर हवाई हमला किया था. जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना ने भी ईरान में हवाई हमले किए.
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विदेश मंत्री तनाव कम करने को लेकर सहमत
हमलों के बाद, कार्यवाहक विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी और उनके ईरानी समकक्ष होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन तनाव कम करने पर सहमत हुए. जिलानी ने ईरान के साथ सभी मुद्दों पर काम करने की इच्छा जताई. हमलों के बाद पाकिस्तान ने ईरान से अपने राजदूत को वापस बुला लिया और ईरानी दूत को निष्कासित कर दिया गया. हालांकि, कूटनीतिक समाधान की उम्मीदें अभी भी व्यक्त की जा रही हैं.
एनएससी ने की स्थिति की गहन समीक्षा
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने दोनों पक्षों से संयम बरतने का आह्वान किया है, संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, यूरोपीय संघ और अन्य वैश्विक शक्तियों ने दोनों पक्षों से तनाव कम करने का आग्रह किया है. चीन ने मध्यस्थता की पेशकश की है. एनएससी ने स्थिति की गहन समीक्षा की और अनुचित और गैरकानूनी उल्लंघनों के खिलाफ नपी-तुली प्रतिक्रिया के लिए पाकिस्तान के सशस्त्र बलों की सराहना की.
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