नई दिल्ली: इस्माइल हानिया (Israel) की मौत के बाद से ही बदला लेने का ऐलान कर दिया गया था। हमास चीफ की मौत से उनके सभी समर्थकों में भारी गुस्सा देखने को मिल रहा है। हमास लीडर इस्माइल हानिया की मौत का बदला लेने के लिए ईरान की तरफ से कई बयान बहुत पहले ही आ चुके थे, लेकिन अब तक कोई हमला नहीं किया गया था।
दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति में हिजबुल्ला और हूती ने इजराइल (Israel) के कुछ सैन्य ठिकानों पर ड्रोन से हमला किया है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस हमले में एक नागरिक की मौत हो गई है। इस हमले के बाद इजराइल ने बयान जारी करते हुए कहा, है कि अगर उसे इस हमले में ईरान का हाथ होने के सबूत मिले तो वो इस बार चुप नहीं बैठेगा। जिस तरह की स्थिति इस वक्त इजराइल और ईरान के बीच बनी हुई है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि दोनों देशों के बीच कभी भी जंग शुरू हो सकती है।
हर नए बदलते दिन के साथ इजराइल और ईरान के बीच युद्ध छिड़ने की आशंका तेजी से बढ़ती जा रही है। इस्माइल हानिया की मौत के बाद कई बड़ी न्यूज एजेंसियां पहले ही ये बता चुकी हैं कि ईरान कभी भी इजराइल (Israel) पर हमला बोल सकता है। इन दावों को इजराइल में बीती रात हुए हमले के बाद से अब और गंभीरता के साथ लिया जाने लगा है।
इजराइल की राजधानी तेल अवीव पर बीती रात करीब 3 बजकर 12 मिनट पर आसमान से ड्रोन हमला किया गया। इस हमले में के बाद हर किसी का ध्यान ईरान पर ही गया और सारी शक की सुइयां ईरान पर ही जाने लगी, लेकिन इस ड्रोन हमले को इजराइल के पड़ोसी देश यमन के उन हूती आतंकवादियों ने अंजाम दिया, जो ईरान और इजराइल के बीच चल रही इस युद्ध की स्थिती के बीच हमास का समर्थन करते हैं। हालांकि हूती आतंकवादियों का ये हमला ज्यादा जान-माल की हानि करने में नाकामयाब रहा। इस ड्रोन हमले में एक व्यक्ति के मारे जाने की ख़बर है।
भले ही ये हमला इतना सफल न रहा हो लेकिन इजराइल के लिए इसने खतरे की घंटी बजा दी है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि ये ड्रोन हमला इजराइल के नामी सुरक्षा घेरे को भेदकर राजधानी तेल अवीव को निशाना बनाने में कामयाब रहा। इस सुरक्षा घेरे के भेदे जाने के बाद इजराइल के लिए खतरे की घंटी बज गई है। बता दें, कि इससे एक दिन पहले ही हिज्बुल्लाह इजराइल के एक सैन्य ठिकाने पर ड्रोन से हमला कर कम से कम 6 सोल्जर्स को जख्मी कर चुका है। वहीं इसके जवाब में इजराइल हिज्बुल्लाह के 6 लड़ाकों को मौत के घाट उतारने में कामयाब रहा है।
अगर हाल ही में इन हमलों पर गंभीरता से जांच की जाए तो इससे यही साफ हो रहा है कि ईरान के समर्थन वाले ये सारे देश ईरान और इजराइल के बीच जल्द जंग कराने पर तुले हैं और मौजूदा हालात ऐसे हैं, सिर्फ एक चिंगारी इजराइल और ईरान के बीच युद्ध करा सकती है। हाल ही में तेल अवीव पर हुए ड्रोन हमले के बाद इजराइल ने इस बात को साफ तौर पर बोल दिया है कि अगर इस हमले का पक्का इंटेलिजेंस इनपुट ईरान से मिला तो फिर वो अगले हमले का इंतजार नहीं करेगा, बल्कि खुद इस जंग आगाज कर देगा।
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हमास चीफ इस्माइल हानिया की मौत से बैखलाया ईरान जल्द से जल्द इजराइल से बदला लेने की बात पहले ही बोल चुका है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान, इजराइल के इन ठिकानों को पहले निशाना बना सकता है। इजराइली मिलिट्री बेस, तेल अवीव में मौजूदा इजराइल के सैन्य मंत्रालय का दफ्तर, यरुशलम की नेसेट बिल्डिंग, इजराइल के 8 एयरबेस के अलावा सिविलियन टारगेट्स में कई शहरों की अहम इमारतें, गैस फील्ड, पावर प्लांट जैसे ठिकाने ईरान के निशाने पर पहले रहेंगे।