J&K: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए आज सुबह जारी की गई सभी 44 उम्मीदवारों की सूची बीजेपी ने वापस ले ली है। कुछ संशोधनों के बाद जल्द ही नई सूची जारी की जाएगी। बीजेपी की नई सूची कब आएगी, इस बारे में पार्टी ने कोई जानकारी नहीं दी है।
आपको बता दें कि सोमवार को बीजेपी ने पार्टी की ओर से 44 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी, लेकिन उसके कुछ देर बाद ही उसे वापस ले लिया गया। जानकारी के मुताबिक बीजेपी सूची में कुछ बदलाव करने जा रही है। बीजेपी ने अपनी सूची में तीनों चरणों में मतदान वाली सीटों पर उम्मीदवारों के नाम जारी किए थे। पहले चरण में 15 उम्मीदवारों, दूसरे चरण में 10 उम्मीदवारों और तीसरे चरण में 19 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए।
किसको मिला टिकट?
बीजेपी ने जो लिस्ट वापस ली है, उसमें पंपोर से सैयद शौकत गयूर अंद्राबी, राजपोरा से अर्शीद भट्ट, शोपियां से जावेद अहमद कादरी, अनंतनाग पश्चिम से मोहम्मद रफीक वानी, अनंतनाग से एडवोकेट सैयद वजाहत, श्रीगुफवारा बिजबेहरा से सोफी यूसुफ, शांगस अनंतनाग पूर्व से वीर सराफ समेत इन उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। लेकिन अब इस लिस्ट को संशोधित किया जाएगा, इसके बाद ही नए उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी।
4 अक्टूबर को आएंगे नतीजे
90 विधानसभा सीटों वाले J&K में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। पहले चरण के लिए 24 सीटों पर 18 सितंबर को मतदान होगा। पहले चरण के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 27 अगस्त है, इसलिए आज J&Kर पर बीजेपी की पहली लिस्ट आ सकती है। दूसरे चरण के लिए मतदान 25 सितंबर को है, उस दिन 26 सीटों पर वोट डाले जाएंगे और तीसरे और आखिरी चरण के लिए मतदान 1 अक्टूबर को होगा। तीसरे चरण में सबसे ज्यादा 40 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। 4 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी।
J&K: BJP ने अपनी पहली लिस्ट जारी , जिसमें 44 उम्मीदवारों के नाम
इस बार J&K में दिलचस्प मुकाबला
इस बार J&K के चुनाव में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलने वाला है। एक तरफ जहां बीजेपी अकेले सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, वहीं कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है। महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी भी अकेले मैदान में है, वहीं इस बार पहली बार आम आदमी पार्टी भी जम्मू कश्मीर चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रही है।
पिछले चुनाव 2014 में हुए थे
इससे पहले J&K में 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे। तब यह राज्य केंद्र शासित प्रदेश नहीं था। उस चुनाव में पीडीपी ने 28 सीटें, भारतीय जनता पार्टी ने 25 सीटें, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 सीटें और कांग्रेस ने 12 सीटें जीती थीं। बाद में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और भाजपा ने मिलकर सरकार बनाई।