कानपुर-उन्नाव को जोड़ने वाले Y-आकार पुल को ₹730 करोड़ की मंजूरी, 10 साल का इंतज़ार ख़त्म!

कानपुर की वीआईपी रोड और उन्नाव की ट्रांसगंगा सिटी को जोड़ने वाली Y-आकार पुल परियोजना को आखिरकार गति मिल गई है। वित्त एवं व्यय समिति ने इसके लिए ₹730 करोड़ के बजट को मंजूरी दे दी है। लगभग 10 साल से फाइलों में अटकी इस परियोजना को आधिकारिक वित्तीय स्वीकृति मिलने से क्षेत्र के लोगों में उत्साह है।

Kanpur Unnao Y-shaped bridge: कानपुर की वीआईपी रोड को उन्नाव की ट्रांसगंगा सिटी से सीधे जोड़ने वाली Y-आकार पुल परियोजना को आखिरकार हरी झंडी मिल गई है, जिससे यातायात को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। लगभग एक दशक से लंबित इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए वित्त एवं व्यय समिति ने ₹730 करोड़ के बजट को मंजूरी दे दी है। यह पुल लगभग 4 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें से 1,825 मीटर हिस्सा सीधे गंगा नदी के ऊपर बनेगा। इस पुल के निर्माण से Kanpur और उन्नाव के बीच की कनेक्टिविटी में ज़बरदस्त सुधार होगा, जिससे न केवल यातायात का दबाव कम होगा बल्कि औद्योगिक विकास को भी रफ्तार मिलेगी।

वर्तमान में गंगा पार करने के लिए लंबा चक्कर लगाना पड़ता है, लेकिन यह नया पुल लोगों के लिए लखनऊ तक का सफर भी आसान बना देगा। अब, शासनादेश मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी है, जिससे इस बहुप्रतीक्षित परियोजना के जल्द पूरा होने की उम्मीद जगी है।

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पुल की विशेषताएं और लाभ

  • डिज़ाइन और लंबाई: पुल का डिज़ाइन Y-आकार का होगा और इसकी कुल लंबाई लगभग 4 किलोमीटर होगी। इसमें 1,825 मीटर का हिस्सा गंगा नदी के ऊपर बनाया जाएगा।

  • मार्ग: पुल की शुरुआत रानीघाट जलकल पंपिंग स्टेशन के पास से होगी और यह धोबीघाट तक पहुंचेगा। ट्रांसगंगा सिटी के गेट नंबर-2 से लगभग 400 मीटर पहले दोनों ओर से आने वाले पुल मिलकर फोरलेन मार्ग बन जाएंगे।

  • जाम से मुक्ति: यह पुल भारी वाहनों के दबाव को कम करेगा, जिससे वीआईपी रोड से ट्रांसगंगा सिटी तक पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा और यातायात जाम से मुक्ति मिलेगी।

  • औद्योगिक विकास: ट्रांसगंगा सिटी में बढ़ रही औद्योगिक संभावनाओं को देखते हुए यह पुल औद्योगिक विकास को नई रफ्तार देगा।

  • आवासों का विस्थापन: पुल निर्माण के रास्ते में आने वाले पंपिंग स्टेशन के पास बने 33 सरकारी आवासों को हटाना पड़ेगा। इनके बदले पैरा घाट के पास लगभग ₹13 करोड़ की लागत से नए आवास बनाए जाएंगे।

Kanpur सेतु निगम के अधिकारियों के अनुसार, शासनादेश मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी, ताकि कार्य को समय पर पूरा किया जा सके। यह परियोजना कानपुर और उन्नाव के बीच की दूरी और समय को काफी हद तक कम कर देगी।

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